कोरोना वायरस को मात देने के लिए देशभर में टीकाकरण अभियान चल रहा है। एक मार्च यानी आज से देशभर में टीकाकरण के दूसरे चरण की शुरुआत हो रही है। इस चरण में 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों का टीकाकरण किया जाएगा। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन की पहली डोज ले ली है। वे खुद सुबह-सुबह दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल पहुंचे और कोरोना का टीका लगवाया। उन्होंने लोगों से भी कोरोना का टीका लगवाने की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके कहा, ‘मैंने एम्स में कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ली, यह प्रशंसनीय है कि कैसे हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने के लिए त्वरित समय में काम किया है। मैं उन सभी से अपील करता हूं, जो वैक्सीन लेने के योग्य हैं, साथ आएं, हम मिलकर भारत को कोरोना मुक्त बनाएंगे।’
एम्स सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) की पहली खुराक ली है। दिल्ली स्थित एम्स में काम करने वाली पुडुचेरी की नर्स पी निवेदा ने प्रधानमंत्री मोदी को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दी है। कोवैक्सीन स्वदेशी वैक्सीन है, जिसे भारत में आपात इस्तेमाल की अनुमति मिली हुई है।
स्वदेशी वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ की डोज लेकर प्रधानमंत्री ने एक साथ कई संदेश देने का काम किया है। इस वैक्सीन पर विपक्ष के कई नेता सवाल उठा चुके हैं। विपक्ष ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी को सबसे पहले खुद वैक्सीन लगवानी चाहिए थी। उनका तर्क था कि कोवैक्सिन को फेज-3 के ट्रायल के बिना ही आपात मंजूरी प्रदान की गई है। अब प्रधानमंत्री ने इस वैक्सीन की डोज लेकर इसकी विश्वसनीयता पर उठ रहे सवालों को खत्म करने का काम किया है। इसके अलावा उन्होंने आत्मनिर्भर भारत का नारा बुलंद किया है और लोगों से टीकाकरण कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है।
आज देशभर में वैक्सीनेशन के दूसरे फेज का आगाज हो गया है। कोरोना के विरूद्ध वैक्सीन युद्ध के अगले चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग या फिर अलग-अलग बीमारियों से जूझ रहे 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग कोरोना का टीका लगवा सकेंगे.. सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी इसके इंतजाम किए गए हैं।
दूसरे चरण में किन-किन लोगों को दी जाएगी वैक्सीन, क्या हैं नियम? 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को लगाया जाएगा टीका। 45 साल से ज्यादा के गंभीर बीमारी वाले भी टीका लगवा सकेंगे।
गंभीर बीमारी की सूची भी सरकार की ओर से जारी कर दी गई है। गंभीर बीमारी वालों के लिए मान्यता प्राप्त डॉक्टर का सार्टिफिकेट लाना जरूरी होगा। केंद्र सरकार ने इस सार्टिफिकेट का प्रारूप भी जारी कर दिया है।
केंद्र सरकार ने निजी अस्पतालों में तय की वैक्सीन की कीमत
वैक्सीन के एक डोज के लिए 250 रुपये लिए जाएंगे
जिसमें 150 रुपये टीके और 100 सर्विस चार्ज होगा
सरकारी अस्पतालों में मुफ्त मिलेगा टीका