प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पंचायती राज दिवस के मौके पर देश के सरपंचों को बधाई दी। उन्होंने ई स्वराज पोर्टल मोबाइल एप व स्वामित्व योजना का शुभारंभ करते हुए इसकी महत्ता बताई। साथ ही कहा कि कोरोना संकट से हमें संदेश मिलता है कि हम आत्मनिर्भर बनें। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘किसान का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। वो हमारा अन्नदाता है। किसान और पशुपालक साथियों ने लॉकडाउन के समय देश को अनाज, दूध, दही, फल की कमी नहीं होने दी।’
प्रधानमंत्री ने देश के चुनिंदा सरपंचों से बात कर उनसे लॉकडाउन के दौरान परेशानियों के बारे में पूछा साथ ही उन्हें भेजी जाने वाली रकम संबंधित सवाल भी किए जिसका सरपंचों ने संतोषजनक जवाब दिया। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने उनसे गांवों में सैनिटाइजेशन के इंतजामों का भी ब्यौरा लिया।
गांव की हर संपत्ति की होगी मैपिंग दिए जाएंगे प्रमाणपत्र
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘गांवों में संपत्ति को लेकर जो स्थिति रहती है ‘स्वामित्व योजना’ इसी को ठीक करने का प्रयास है। इसके तहत ड्रोन के माध्यम से देश के सभी गांवों में हर संपत्ति की मैपिंग की जाएगी। इसके बाद गांव के लोगों को उस संपत्ति का मालिकाना प्रमाणपत्र दिया जाएगा। इससे शहरों की ही तरह गांवों में भी लोन ले सकते हैं। जब आपके पास स्वामित्व होगा तो उस संपत्ति के आधार पर आप बैंक से लोन ले सकते हैं। अभी उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में इस योजना को प्रारंभिक तौर पर शुरू कर रहे हैं।’
कोरोना ने दिया आत्मनिर्भर बनने का संदेश: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बातचीत शुरू करते हुए कहा, ‘पंचायती राज दिवस के मौके पर कुछ लोगों को अच्छे कार्यों के लिए सम्मानित किया गया है उन्हें और गांव की जनता को बधाई। कोरोना ने हम सभी के काम करने के तरीके को बहुत बदल दिया है। पहले हम किसी कार्यक्रम को आमने-सामने रहकर करते थे। लेकिन आज वही कार्यक्रम वीडियो कॉन्फेंसिंग के माध्यम से करना पड़ रहा है। आज इस कार्यक्रम में जुड़े सभी लोगों का मैं स्वागत करता हूं।‘ उन्होंने कहा, ‘मैं इस कार्यक्रम के माध्यम से एक संदेश देना चाहता हूं। कोरोना संकट ने हमें आत्मनिर्भर बनने का संदेश दिया है। बिना आत्मनिर्भर बने ऐसे संकटों से निपटना मुश्किल है। कोरोना महामारी ने हमारे लिए अनेक मुसीबतें पैदा की हैं, जिनकी हमने कभी कल्पना तक नहीं की थी।’
प्रधानमंत्री मोदी ने आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा, ‘गांव अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए आत्मनिर्भर बने, जिला अपने स्तर पर, राज्य अपने स्तर पर, और इसी तरह पूरा देश कैसे आत्मनिर्भर बने, अब यह बहुत आवश्यक है।’ उन्होंने कहा, ‘5-6 साल पहले देश की सौ से भी कम पंचायतें ब्रॉडबैंड से जुड़ी थीं लेकिन अब सवा लाख से अधिक पंचायतों तक ब्रॉडबैंड पहुंच चुका है। इतना ही नहीं, गांवों में कॉमन सर्विस सेंटरों की संख्या भी तीन लाख के आंकड़े को पार कर गई है।’
गांवों से मिल रहे प्रेरणादायी संदेश
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इस कोरोना संकट ने दिखा दिया है कि देश के गांवों में रहने वाले लोगों ने इस दौरान अपने संस्कारों-अपनी परंपराओं की शिक्षा के दर्शन कराए हैं। गांवों से जो अपडेट्स आ रहा है, वो बड़े-बड़े विद्वानों के लिए भी प्रेरणा देने वाला है।’
स्वामित्व योजना से मिलेंगे ये लाभ
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज लांच हुए एप के जरिए ग्राम पंचायतों के फंड, उसके कामकाज की पूरी जानकारी दी जाएगी। इसके माध्यम से कार्यशैली में पारदर्शिता के साथ परियोजनाओं के काम में तेजी आएगी।’ उन्होंने आगे कहा, ‘स्वामित्व योजना से ग्रामीणों को एक नहीं अनेक लाभ होंगे। इससे संपत्ति को लेकर भ्रम और झगड़े खत्म होंगे। इससे गांव में विकास योजनाओं की प्लानिंग में मदद मिलेगी। इससे शहरों की तरह गांवों में भी आप बैंकों से लोन ले सकेंगे।’ उन्होंने बताया कि देश के 6 राज्यों में स्वामित्व योजना की शुरुआत होगी जिसके तहत गांव की संपत्तियों की मैपिंग की जाएगी। गांव की एक-एक संपत्ति को प्रमाण पत्र मिलेगा।
गांव के इंफ्रास्ट्रक्चर को मिलेगी मजबूती
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘गांव के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए आज सरकार द्वारा दो महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं। एक है ई-ग्राम स्वराज और दूसरे की विशेषता है कि उसके द्वारा हर ग्रामीण के लिए स्वामित्व योजना की शुरुआत की जाएगी।’