बिजनौर कांग्रेस की किसान महासभा के लिए मंच सज चुका है। पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के नेता भी मंच पर पहुंच चुके हैं। वहीं कुछ देर बाद ही मुख्य अतिथि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा भी पहुंच गई। मौजूदा समय पर वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी, अंतर्राष्ट्रीय बॉक्सिंग खिलाड़ी विजेंद्र सिंह, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, इमरान प्रतापगढ़ी आदि मंच पर मौजूद हैं। इसके अलावा किसान महापंचयात में भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि सभा में तीन हजार के आसपास भीड़ है।
प्रियंका गांधी का संबोधन जारी है। प्रियंका ने सभी का अभिवादन कर संबोधन जारी कर दिया है। कहा कि भाषण देने नहीं आई हूं बातचीत करने आई हूं। आपके हमारे बीच में भरोसे का रिश्ता होता है। इसी भरोसे के बल पर हम आगे बढ़ते हैं। आज के प्रधानमंत्री को जीताने के पीछे कोई भरोसा हुआ होगा तभी उनको जीताया होगा। चुनाव में कई वादे किए लेकिन नहीं किया। कहा आमदनी दुगनी करेंगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया। क्या गन्ने का भाव कम हुआ। इस पर सवाल उठाते हुए प्रियंका वाड्रा ने पूछा किसानों से सीधा सवाल किया। प्रधानमंत्री ने गन्ने का बकाया नहीं चुकाया।
16 हजार करोड के दो हवाइ जहाज खरीदे। जबकि एक हवाई जहाज से ही किसानों का बकाया चुक जाता है। तमाम योजनाओं के लिए पैसे हैं लेकिन किसान के लिए नहीं है। प्रियंका वाड्रा ने कहा जब किसान ही मना कर रहा तो फिर क्यों ही इसे वापस नहीं ले रहे हैं। जमाखोरी पर जवाहरलाल नेहरु ने कानून बनाया लेकिन अब फिर जमाखोरी होने लगी है। जमाखोरी हो रही है। अभी इसे लेकर कोई रोक नहीं है। बताया कि प हले कानून से जमाखोरी बढ़ेगी। दूसरा कानून से बड़े-बड़े उद्योगपतियों की जेबे भरेंगी। सरकारी मंडियां बंद होंगी। प्राइवेट मंडियों को बढ़ावा मिलेगा। इससे आपका समर्थन मूल्य समाप्त हो जाएगा। तीसरे कानून से कांट्रेक के तहत किसानों के फस ल को वो खरीदेंगे। इसमें खास बात है कि आगे चल कांट्रेक्ट करने वाले आपका गन्ना नहीं लेगे। जिसके बाद किसान वेबस हो जाएगा। यह तीनों कानून पूजीपतियों के लिए बनाया गया है।
कहा कि पीएम चीन जाते हैं, विदेशों का दौरा करते हैं लेकिन दो से तीन किलोमीटर जाकर किसानों से बात नहीं कर पा रहे हैं। इसके साथ ही सांसद में खड़ें होकर किसानों का मजाक उडा रहे हैं। जिस किसान का अपमान कर रहे हैं उसका बेटा सीमा पर तैनात है। सीमा पर देश के लिए लड़ रहा है। कहा कि कृषि कानून से देश का किसान रो रहा है। इसको वापस लीजिए। प्रियंका वाड्रा ने कहा कि कुछ ऐसे नेता होते हैं कि भूल जाते हैं, गलत हो जाता है तब देशवासी उसको सबक सिखाते हैं। तब इस बारे में उसे पता चलता है।