साल 2009 में श्रीलंका क्रिकेट टीम की बस पर लाहौर में आतंकवादी हमला हुआ था। उसके बाद से पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर ब्रेक लग गया था। एक दशक के बाद पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली हुई, लेकिन अभी भी कई देश ऐसे हैं, जो पाकिस्तान में क्रिकेट नहीं खेलना चाहते। यही कारण है कि इंग्लैंड की टीम को 2022 में पाकिस्तान का दौरा करना है, लेकिन इस पर संशय बना हुआ है।
उधर, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने साफ कह दिया है कि इंग्लैंड की टीम को पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज खेलनी है तो उनको पाकिस्तान आना पड़ेगा, अन्यथा सीरीज नहीं होगी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन एहसान मनी ने साफ कर दिया है कि अगर इंग्लैंड 2022 में देश का दौरा करने का फैसला करता है, तो सीरीज का कोई भी हिस्सा संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई में आयोजित नहीं किया जाएगा।
पीसीबी चीफ ने कहा कि “या तो इंग्लैंड पाकिस्तान में आता है, या फिर वे दौरे बिल्कुल नहीं करें।” यह देखा जाना बाकी है कि इंग्लैंड दो साल के समय में देश की यात्रा करेगा, विशेष रूप से तब जब पाकिस्तान ने कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के बीच तीन टेस्ट और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए इंग्लैंड को समर सीजन बचाने में मदद की है।
पीसीबी के मुखिया एहसान मनी ने स्पोर्ट्समेल से बात करते हुए कहा है, “हमने इस दौरे के साथ कुछ भी नहीं जोड़ा है, लेकिन क्रिकेट को एकजुट होने की जरूरत है। जब से मैं अध्यक्ष बना, मैं इंग्लैंड के साथ चर्चा में रहा। हमारे यहां ईसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन थे। उन्होंने अपने समय का आनंद लिया और हम उन्हें सहज महसूस कराना चाहते थे।” पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन एहसान मनी ने ये भी कहा है कि पाकिस्तान में किसी भी टीम को अच्छी सुरक्षा मिलेगी।
मनी ने कहा है, “मुझे विश्वास है कि सुरक्षा के स्तर अच्छे होंगे। मेरी पत्नी, फ्रांसेस, खुद इस्लामाबाद में गाड़ी चलाती है और मुझे किसी सुरक्षा या गार्ड की आवश्यकता महसूस नहीं होती है। दुनिया में कोई भी जगह जोखिम-मुक्त नहीं है, लेकिन सभी चीजें समान हैं, मैं यह नहीं देखता कि इंग्लैंड पाकिस्तान क्यों नहीं जा सकता है। यह संयुक्त अरब अमीरात नहीं होगा। या तो इंग्लैंड पाकिस्तान में आते हैं, या वे दौरे बिल्कुल नहीं करते हैं।” मनी को ये भी लगता है कि इंग्लैंड के तमाम खिलाड़ी पाकिस्तान आना चाहते हैं।