हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) और उससे जुड़ा संगठन पाकिस्तान स्ट्रैटेजिक फोरम (PSF) ने भारत के खिलाफ एक झूठे प्रचार अभियान की शुरुआत की है।
यह अभियान उस समय शुरू किया गया जब मिडिल-ईस्ट में अमेरिका, ईरान और इजरायल के बीच तनाव अपने चरम पर था। Disinfo Lab की रिपोर्ट के अनुसार, इस दु्ष्प्रचार का मकसद आसिम मुनीर की अमेरिकी यात्रा को लोगों की नजरों से छुपाना था।
भारत के खिलाफ क्या-क्या झूठ फैलाए गए?
Disinfo Lab की रिपोर्ट के अनुसार, जो झूठ पाकिस्तान के नेटवर्क्स के द्वारा फैलाए गए वो हैं…
चार रॉ एजेंट गिरफ्तार: पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने चार भारतीय खुफिया एजेंटों को CPEC और सैन्य ठिकानों की जासूसी करते हुए पकड़ा। लेकिन इस दावे का कोई पुख्ता सबूत नहीं है, न ही ईरान या किसी अंतरराष्ट्रीय संस्था ने इसकी पुष्टि की।
भारत को ‘आतंकवादी राष्ट्र’ कहा गया: सोशल मीडिया पर भारत और इजरायल को आतंक फैलाने वाले देश कहकर प्रचार किया गया, जिसका उद्देश्य भारत की छवि खराब करना था।
अमेरिकी बॉम्बर भारत के ऊपर से गुजरे: एक वायरल अफवाह में कहा गया कि अमेरिका के B-2 बॉम्बर भारत के ऊपर से उड़कर ईरान पर हमला किया। इस दावे का कोई फ्लाइट ट्रैक, सैटेलाइट डेटा या आधिकारिक पुष्टि नहीं है।
RAW-Mossad मिलकर कर रहे हैं हत्याएं: सोशल मीडिया पर झूठ फैलाया गया कि RAW और Mossad मिलकर ईरान में हत्याएं और तोड़फोड़ कर रहे हैं, जबकि ईरान ने ऐसा कोई भी आरोप नहीं लगाया।
ईरान में पकड़े गए RAW एजेंट: यह भी दावा किया गया कि ईरान ने भारतीय एजेंटों को गिरफ्तार किया है, जो ईरानी नेताओं पर हमले की योजना बना रहे थे। लेकिन ईरानी सरकार की तरफ से इस संबंध में कोई बयान नहीं आया है।
RAW ने इजरायल को सैन्य ठिकानों की दी जानकारी: यह भी झूठ फैलाया गया कि रॉ ने इजरायल को ईरानी सैन्य ठिकानों को जानकारी दी। हालांकि, इसके कोई भी सबूत नहीं है।
क्या है इन झूठी कहानियों के पीछे की सच्चाई?
भारत, अमेरिका और इजरायल को एक साझा षड्यंत्रकारी के रूप में दिखाना।
भारत को ईरान के खिलाफ कार्यवाही में सहभागी बताना।
अपने देश में जनरल आसिम मुनीर की अमेरिकी यात्रा से लोगों का ध्यान हटाना।
कैसे हैं पाकिस्तान और ईरान के संबंध?
पाकिस्तान और ईरान के रिश्ते हमेशा से उतार-चढ़ाव वाले रहे हैं।
दोनों देशों के बीच अफगानिस्तान में वर्चस्व की होड़ है।
पाकिस्तान को लगता है दुनिया में अकेला परमाणु संपन्न मुस्लिम देश होने का दर्जा ईरान न छीन ले।
हाल ही में ईरान सुरक्षाबलों पर पाकिस्तान से संचालित आतंकी गुटों द्वारा हमले किए गए, जिससे 2024 में दोनों देशों के बीच मिसाइल हमले भी हुए थे।
15 जून को पाकिस्तान ने ईरान से लगती अपनी सीमा बंद कर दी थी। यह उसी समय किया गया था जब मुनीर अमेरिकी दौरे पर थे।
पाकिस्तान-अमेरिका की बढ़ती नजदीकियां
आसिम मुनीर की अमेरिकी यात्रा में उन्होंने ट्रंप और अमेरिकी नीति-निर्माताओं से मुलाकात की।
रिपोर्ट के मुताबिक, 18 जून को ट्रंप ने मुनीर को व्हाइट हाउस में प्राइवेट लंच पर आमंत्रित किया, जो केवल राष्ट्राध्यक्षों को मिलता है।
इस दौरान पाकिस्तान को IMF से 1.4 बिलियन डॉलर की नई सहायता भी मिली।
यह सब तब हुआ, जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के रावलपिंडी में स्थित एअर डिफेंस सिस्टम को भेदकर एक अहम ठिकाने को निशाना बनाया था।