भारत देश को उसके मंदिर-मस्जिदों ओर उनमें होने वाले चमत्कारों के लिए जाना जाता हैं। भारत में काई रहस्यमयी मंदिर हैं, लेकिन आज हम आपको जिस जगह के बारे में बताने जा रहे हैं उसके बारे में आपने पहले शायद ही सुना होगा। हम बताने जा रहे हैं भारत की उस जगह के बारे में जहां मरे हुए इंसानों का पुनर्जन्म होता है। जी हाँ, सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लगेगा, लेकिन मान्यताओं के आधार पर इसे सही माना जाता हैं। तो आइये जानते है इस जगह के बारे में।
मान्यताओं के आधार पर यह जगह उत्तराखंड के लाखामंडल में है। यह जगह गुफाओं और भगवान शिव के मंदिर के प्राचीन अवशेषों से घिरी हुई है। यहां पर खुदाई करते वक्त विभिन्न आकार के और विभिन्न ऐतिहासिक काल के हजारों शिवलिंग मिले हैं। यह मंदिर यमुना नदी की तट पर बर्नीगाड़ नामक जगह से कुछ दूरी पर स्थित है।
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ऐसी मान्यता है कि मंदिर में अगर किसी शव को इन द्वारपालों के सामने रखकर मंदिर के पुजारी उस पर पवित्र जल छिड़कें तो वह मृत व्यक्ति कुछ समय के लिए पुन: जीवित हो उठता है। जीवित होने के बाद वह भगवान का नाम लेता है और उसे गंगाजल प्रदान किया जाता है। गंगाजल ग्रहण करते ही उसकी आत्मा फिर से शरीर त्यागकर चली जाती है।
लेकिन इस बात का रहस्य क्या है यह आज तक कोई नहीं जान पाया। इस मंदिर के पीछे दो द्वारपाल स्थित हैं, जिनमें से एक का हाथ कटा हुआ है। अब ऐसा क्यों हैं यह बात एक रहस्य ही बना हुआ है। यह तथ्य केवल मान्यताओं के आधार पर ही पेश किए गए हैं।
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