NIA : कारोबारी मनसुख हिरेन ने अपने बयान में कहा था कि 17 फरवरी को मुलुंड-ऐरोली रोड से उनकी स्कॉर्पियो गायब हो गई थी। फॉरेंसिक रिपोर्ट भी यह साबित करती है कि कार में कोई फोर्स एंट्री नहीं हुई थी। इसे चाभी या डुप्लीकेट चाबी से खोला गया था। सूत्रों ने बताया कि वाजे एक नंबर प्लेट बनाने वाली दुकान पर भी गया, जहां वह स्कॉर्पियो के नंबर में झोल कराना चाहता था।
एंटीलिया मामले और मनसुख हिरेन की मौत को लेकर सचिन वाजे पर एनआईए की कार्रवाई के बाद सोमवार को मुंबई पुलिस ने सचिन वाजे को निलंबित कर दिया। बता दें कि इससे पहले, बम विस्फोट के आरोपी ख्वाजा यूनुस की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में मार्च, 2004 में वाजे को निलंबित किया गया था।
मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर जिलेटिन से भरी स्कॉर्पियो मिलने के मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद से हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। एंटीलिया मामले में मंगलवार को एक बड़ा खुलासा हुआ है। एनआईए को मिले सबूत के मुताबिक, सचिन वाजे ने अपनी सोसायटी का सीसीटीवी फुटेज डिलीट करवा दिया था, जिसे एनआईए ने फिर से हासिल कर लिया है। इससे पता चला कि स्कॉर्पियो कभी चोरी नहीं हुई थी। स्कॉर्पियो 18 से 24 फरवरी के बीच वाजे की सोसायटी में खड़ी देखी गई थी।
एनआईए के सूत्रों ने बताया कि सचिन वाजे ने अपनी सोसायटी का सीसीटीवी फुटेज डिलीट करवा दिया था, जिसे एनआईए ने फिर से हासिल कर लिया है। इस सीसीटीवी फुटेज की जांच से पता चला कि मनसुख हिरेन की स्कॉर्पियो कभी चोरी नहीं हुई थी। यह स्कॉर्पियो 18 से 24 फरवरी के बीच कई बार सचिन वाजे की सोसाइटी में नजर आई थी।