महाराष्ट्र के वसूली प्रकरण को लेकर विपक्षी दल आक्रामक हैं. विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसदों ने इस मसले को लेकर संसद में भी जोरदार हंगामा किया.
इन सबके बीच आरोप के घेरे में आए गृह मंत्री अनिल देशमुख को एकबार फिर शरद पवार का साथ मिला है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने एकबार फिर देशमुख का बचाव करते हुए कहा कि आप लोग पूछ रहे थे कि गृहमंत्री का क्या होगा.
शरद पवार ने फिर से साफ किया कि देशमुख के इस्तीफे का सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा कि अनिल देशमुख पर लगे आरोप में दम नहीं है.
दिल्ली स्थित अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बात करते हुए शरद पवार ने कहा कि 5 से 16 फरवरी के दौरान कोरोना के चलते अनिल देशमुख अस्पताल में एडमिट थे।
शरद पवार ने कहा, ‘फरवरी में सचिन वाझे और अनिल देशमुख की मुलाकात की बात करना गलत है। इसके बाद वह 16 से 27 फरवरी तक घर में ही आइसोलेट थे।
यही नहीं शरद पवार ने इस दौरान अस्पताल में भर्ती रहने का अनिल देशमुख का सबूत भी दिखाया। उन्होंने अपनी बात के समर्थन में अस्पताल का वह पर्चा भी दिखाया, जिसमें अनिल देशमुख के एडमिट होने की जानकारी थी।’