Nankana Sahib Gurudwara attack: पाकिस्तान स्थित श्री ननकाना साहिब पर हमले की चहुंओर निंदा हो रही है। पंजाब में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। रविवार को शिवसेना बाल ठाकरे ने पटियाला में नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की कोठी का घेराव किया और पाकिस्तान व नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। गुस्साए लोगों ने इमरान खान व सिद्धू का पुतला भी फूंका।
प्रदर्शन का नेतृत्व शिव सेना बाल ठाकरे के उप प्रधान हरीश सिंगला ने किया। पुतला जलाते वक्त शिवसेना कार्यकर्ताओं ने अंडे भी फेंके। हरीश सिंगला ने कहा कि वह यह अंडे नवजोत सिंह सिद्धू की कोठी पर फेंकने के लिए लेकर आए थे लेकिन उनको कोठी में जाने से पहले ही रोक दिया गया जिसके कारण उन्होंने उक्त पुतलों पर ही अंडे फेंककर अपना रोष जाहिर किया।
इससे पूर्व, गत दिवस भी शिअद-भाजपा व सिख संगठनों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के पुतले फूंके और जमकर नारेबाजी की। संगरूर व बरनाला में भाजपा ने पुतला फूंका। गुरदासपुर में कई जगह प्रदर्शन कर पाकिस्तान सरकार के खिलाफ रोष जताया गया। फाजिल्का में भाजपा विधायक अरुण नारंग, पठानकोट में सुजानपुर के विधायक दिनेश बब्बू ने प्रदर्शन में भाग लिया। बठिंडा, पटियाला, मुक्तसर व फरीदकोट में लोकल भाजपा नेताओं ने पुतले फूंके। अमृतसर में भाजपा ने पार्टी अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक के नेतृत्व में पाकिस्तान सरकार का पुतला फूंका और पाक प्रधानमंत्री इमरान खान की फोटो को आग लगाई।
मलिक बोले-क्या कांग्रेस को नजर नहीं आया गुरुद्वारे पर हमला
भाजपा अध्यक्ष श्वेत मलिक ने कहा कि इस घटना से साफ हो गया है कि पाकिस्तान सरकार वहां बसे अल्पसंख्यक सिखों व अन्य अल्पसंख्यकों बाहर निकालना चाहती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमित शाह ने नागरिकता संशोधन कानून लागू किया तो कांग्रेस मुस्लिमों को भड़का कर दंगे करवा रही है। संसद की मुखालफत कर देश और आम पब्लिक की संपत्ति को नुकसान पहुंचा रही है। क्या कांग्रेस को अब पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हुआ हमला और सिख श्रद्धालुओं से मारपीट नजर नहीं आई या फिर कांग्रेसी पाकिस्तान के खिलाफ कुछ बोलना ही नहीं चाहते। पाक सरकार व आइएसआइ ने साजिश के तहत इस घटना को अंजाम दिया है। इससे पाकिस्तान सरकार का काला चेहरा बेनकाब हुआ।
अपने ‘यार इमरान खान’ से अब सिखों की सुरक्षा क्यों नहीं मांगते सिद्धू
मलिक ने कांग्रेस के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इमरान खान व पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलने वाला नवजोत सिंह सिद्धू इस पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। क्या वह सिख धर्म का सम्मान नहीं करता या गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब उसके लिए पूजनीय नहीं है। उन्होंने पाकिस्तान में गुरुद्वारा पर हमले और सिख श्रद्धालु से मारपीट का हादसा होने के बाद सिद्धू ने अपने ‘यार इमरान खान’ से सिखों की सुरक्षा की मांग क्यों नहीं की। सिद्धू की चुप्पी सिद्धू की नीयत पर सवाल खड़े करती है।