अभी भी प्लेऑफ की दौड़ में बरकरार किंग्स इलेवन पंजाब को रविवार को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ हर हालत में अच्छी जीत दर्ज करनी होगी जबकि महेंद्र सिंह धौनी की चेन्नई के लिए यह प्रतिष्ठा का ही मुकाबला है।
राजस्थान रॉयल्स से सात विकेट से हराने के बाद पंजाब की उम्मीदों को करारा झटका लगा है। केएल राहुल की टीम ने लगातार पांच मैच जीतकर प्लेऑफ की संभावना प्रबल की थी। इस हार के बाद अब पंजाब का भविष्य उसके हाथ में नहीं रह गया है। चेन्नई को हराने के बाद भी उसे दूसरे मैचों के नतीजे अनुकूल रहने की दुआ करनी होगी।
अगर सनराइजर्स हैदराबाद दोनों मैच जीत लेती है और दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के बीच मुकाबला जीतने वाली टीम के अंक 16 हो जाएंगे तो ऐसी दशा में अंक या नेट रनरेट के आधार पर भी पंजाब क्वालीफाई नहीं कर सकेगी। सनराइजर्स एक मैच हार जाता है तो पंजाब के क्वालीफाई करने की उम्मीदें हैं बशर्ते वह चेन्नई को हरा दे। पंजाब के फिलहाल 13 मैचों में 12 अंक है और उसका नेट रन रेट – 0.133 है।
दूसरी ओर पहली बार प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हुई चेन्नई जीत के साथ विदा लेना चाहेगी। धैनी की टीम ने आरसीबी और कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ लगातार दो मैच जीते हैं। पंजाब के लिए कप्तान राहुल टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बना चुके हैं जबकि क्रिस गेल शानदार फार्म में हैं जो कल 99 रन पर आउट होने का गम भुलाकर उतरना चाहेंगे। वहीं चौथे नंबर पर निकोलस पूरन ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है।
मयंक अग्रवाल के खेलने को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है जो चोट के कारण पिछले तीन मैच नहीं खेल सके। रॉयल्स के खिलाफ मुहम्मद शमी समेत पंजाब के सभी गेंदबाज महंगे साबित हुए। चेन्नई के खिलाफ वे ऐसी गलती नहीं कर सकते। चेन्नई के लिए 23 वर्ष के रूतुराज गायकवाड़ ने उम्दा प्रदर्शन करके लगातार दो अर्धशतक जमाए हैं। रवींद्र जडेजा भी शानदार फॉर्म में हैं जिन्होंने केकेआर के खिलाफ फिनिशिर की भूमिका निभाई।