मध्यप्रदेश में अब मुख्यमंत्री या मंत्री घोषणा नहीं करेंगे। यह काम अब अधिकारियों का होगा ताकि आप (जनता) उनसे हिसाब ले सकें। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहले छिंदवाड़ा दौरे में यह बात कमलनाथ ने कही। इस दौरान मंच से कलेक्टर ने कई घोषणाएं भी कीं। उन्होंने छिंदवाड़ा से किसी विधायक को मंत्री नहीं बनाए जाने की बात पर कहा कि यहां का हर व्यक्ति मंत्री है क्योंकि सीएम ही यहां का है।
छिंदवाड़ा के पोलो ग्राउंड में हुई आभार सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले सरकार के समय बहुत घोषणाएं हुईं लेकिन धरातल पर कितनी उतरीं, यह सबको पता है। अब मुख्यमंत्री या मंत्री कोई घोषणा नहीं करेंगे। यह काम अधिकारी करेंगे ताकि जनता उनसे हिसाब से ले सके।
प्रधानमंत्री बातें तो बहुत कहते हैं पर सुनते किसी की नहीं: सभा में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री बातें तो बहुत कहते हैं पर सुनते किसी की नहीं है। चुनाव प्रचार के दौरान जब वे यहां आए थे तो किसानों की बेबसी और नौजवानों की बेरोजगारी नहीं दिया। सिर्फ मुझ पर ही निशाना साधा। जनता ने भी इसका माकूल जवाब दिया।
भावांतर योजना की मंशा खराब नहीं थी
पूर्व सरकार की किसानों को उचित दाम दिलाने के लिए लागू की गई भावांतर भुगतान योजना को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी मंशा खराब नहीं थी। डिलीवरी खराब थी। इसको लेकर किसानों से बात करके निर्ण य लिया जाएगा। वहीं, पदोन्नति में आरक्षण के सवाल पर बोले कि आरक्षण का मतलब किसी के साथ अन्याय नहीं है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। उद्योगों को दी जमीन का यदि उपयोग नहीं हो रहा है तो सरकार उसे वापस भी ले सकती है। इसके लिए लैंड अथॉरिटी भी गठित की जाएगी।