भारतीय शेयर बाजार पर हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन मोदी सरकार के तीन साल का लेखा-जोखा हावी रहा. घरेलू बाजार से मिल रहे अच्छे संकेतों के बीच निवेशकों ने जमकर खरीदारी की जिससे आधे दिन के कारोबार के बाद प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 280 अंकों की बढ़त के साथ 31,000 के जादुई आंकड़े के पार निकल गया. गौरतलब है कि सेंसेक्स की यह रिकॉर्ड उछाल है और अपने इतिहास में पहली बार वह 31,000 के स्तर को पार कर गया.
दिन के 1 बजकर 37 मिनट पर प्रमुख सूचकांक ने 280 अंकों की उछाल लेते हुए पहली बार 31,000 के पार निकल गया. बंबई स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख सेंस्टिव इंडेक्स सेंसेक्स ने भी 261 अंकों की उछाल के साथ 30,583 के आंकड़े को पार कर लिया. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी ने भी रिकॉर्ड उछाल लेते हुए 9,584 के स्तर पर पहुंच गया. दिन के कारोबार में निफ्टी ने 78 अंकों की ठोस छलांग लगाई.
इससे पहले गुरुवार को केन्द्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को तीन साल 25 मई को पूरा होते ही शेयर बाजार पर प्रमुख सेंस्टिव इंडेक्स सेंसेक्स 450 अंकों की उछाल के साथ रिकॉर्ड 30,750 के स्तर पर दिन के कारोबार की क्लोजिंग की थी.
यह कोई पहला मौका नहीं है कि भारतीय शेयर बाजार ने मोदी सरकार के अहम पड़ाव पर कोई रिकॉर्ड बनाया है. इससे पहले भी मोदी सरकार के वर्षगांठ के मौकों पर शेयर बाजार झूम कर रिकॉर्ड बनाने में सफल रहा है. हालांकि इन मौकों पर यदि बाजार ने रिकॉर्ड बनाने में चूक की तो इतना जरूरी है कि वह तेजी के साथ हरे निशान में बंद होने में सफल रहा है.