भाजपा के हार्स ट्रेडिंग को लेकर खनिज मंत्री जायसवाल का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार गिरने पर अपनी शर्तों के साथ भाजपा को समर्थन दे सकते हैं। भाजपा द्वारा प्रदेश में सरकार बनाने के लिए की जा रही हार्स ट्रेडिंग की खबरों के बीच बुधवार को अपने गृह नगर वारासिवनी पहुंचे प्रदेश के खनिज संसाधन मंत्री प्रदीप जायसवाल ने मीडिया से चर्चा करते हुए एक बड़ा बयान जारी कर आगामी समय की अपनी रणनीति को उजागर कर दिया है। उनका बयान प्रदेश की राजनीति में एक नया मोड़ भी साबित हो सकता है।
उन्होंने कहा कि यदि कमलनाथ की सरकार गिरती है और भाजपा सरकार बनाने की स्थिति में आती है, तो वह जिले व क्षेत्र के विकास के लिए अपनी जनता व समर्थकों की सलाह पर भाजपा सरकार को बाहर से समर्थन दे सकते हैं। जिले व क्षेत्र के विकास के लिए हमारा विकल्प हमेशा खुला रहेगा।
फिलहाल तो उन्होंने अभी वर्तमान में कमलनाथ सरकार के गिरने की आशंकाओं को ही निर्मूल साबित करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की आदत में शुमार है कि वह हार्स ट्रेडिंग के माध्यम से विधायकों की खरीद फरोख्त करती है और जहां बहुमत नहीं होता है, वहां पर जोड़-तोड़ की राजनीति कर सरकारें बनाने का प्रयास करती है।
इसके पूर्व भी भाजपा ने कर्नाटक, आसाम, महाराष्ट्र, गोवा, हरियाणा आदि प्रदेशों में जोड़-तोड़ के माध्यम
से सरकारें बनाई है। वहीं महाराष्ट्र में तो उसे मुंह की भी खानी पड़ी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चुनाव के बाद सरकार बनाने के लिए उन्हें भी भाजपा के बड़े नेताओं के फोन आए थे। उनके द्वारा बड़े-बड़े प्रलोभन दिए गए थे, किंतु उन्होंने क्षेत्र व जिले के विकास को दृष्टिगत रखते हुए कमलनाथ को समर्थन देकर सरकार बनाने में सहयोग किया था।
मंत्री प्रदीप जायसवाल ने एक सवाल के जवाब में स्पष्ट रुप से कहा कि उन्हें क्षेत्र की जनता ने निर्दलीय रूप में चुनकर प्रदेश की विधानसभा में भेजा है। क्षेत्र की जनता को उनसे बहुत सी अपेक्षाएं है कि वह क्षेत्र का विकास करेंगे। वर्तमान समय में प्रदेश सरकार में खनिज मंत्री के पद पर रहते हुए वह क्षेत्र व जिले में विकास की गति को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे है।
यदि कमलनाथ सरकार किन्हीं कारणों से गिरती है और भाजपा सरकार बनाने की स्थिति में आती है। यदि भाजपा की ओर से उनसे सहयोग मांगा जाता है, तो वह अपने क्षेत्र की जनता की आशाओं व जिले के विकास को देखते हुए अपनी शर्तों पर भाजपा को बाहर से समर्थन देने का उनका विकल्प हमेशा खुला रहेगा।