मीटू मामले में फंसे पूर्व विदेश मंत्री एमजे अकबर पर लगे दुष्कर्म के नए आरोप के बाद उन्होंने सफाई पेश की है। नेशनल पब्लिक रेडियो में चीफ बिजनेस रिपोर्टर पल्लवी गोगोई नाम की पत्रकार के आरोपों को लेकर उन्होंने अपना बयान दिया है। एमजे अकबर ने आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि पल्लवी से उनके संबंध आपसी सहमति से बने थे।
अकबर ने कहा, ‘साल 1994 में पल्लवी गोगोई और मेरे बीच आपसी सहमति से संबंध बने थे, जो कई महीनों तक चला। इन संबंधों की वजह से मेरे पारिवारिक रिश्तों में तल्खी आने लगी। इस वजह से हमनें संबंधों को खत्म करने का फैसला किया।’
अकबर की पत्नी ने भी किया बचाव
वहीं, एमजे अकबर की पत्नी मल्लिका अकबर ने अपने पति का बचाव किया है। उन्होंने बयान जारी कर कहा कि मीटू कैंपेन के तहत एमजे अकबर पर आरोप लगने के बाद मैं खामोश थी लेकिन वॉशिंगटन पोस्ट में छपे पल्लवी गोगोई के लेख के जरिए दुष्कर्म के आरोप लगाने के बाद मुझे बोलना पड़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि 20 साल पहले पल्लवी गोगोई मेरे परिवार में दुख और विवाद की वजह बनी थीं। पल्लवी उनकी मौजूदगी में भी उनके पति से अपना लगाव जाहिर करती रहती थीं। इन दोनों के बीच का संबंध उनके परिवार के लिए समस्या की वजह बना।
बतादें कि पल्लवी ने वाशिंगटन पोस्ट में लिखे एक कॉलम में आपबीती बयां की है। उधर, अकबर के वकील ने इन सब आरोपों को झूठा करार दिया है।
पल्लवी के मुताबिक ये बातें तब की है, जब अकबर एशियन एज के संपादक हुआ करते थे और उसकी उम्र मात्र 22 वर्ष थी। पल्लवी को एशियन एज में नौकरी मिली थी। गोगोई कहती हैं कि एमजे अकबर एक शानदार पत्रकार थे लेकिन उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग उसका फायदा उठाने के लिए किया। गोगोई लिखती हैं, ‘मैं उनकी (अकबर की) भाषा शैली से काफी प्रभावित थी। मैं सोचती थी कि काश मैं भी ऐसा लिखूं. लिहाजा मैं उनका काफी सम्मान करती थी। ऐसे में उनकी गालियों को भी मैं सह लेती थी।’
पल्लवी के मुताबिक मात्र एक साल बाद यानि 23 साल की उम्र में अकबर ने उसे ओपिनियन पेज का एडिटर बना दिया। इस जिम्मेदारी के बाद पल्लवी बड़े-बड़े लोगों से मिलने लगीं। लेकिन जल्द ही इस बड़ी जिम्मेदारी के लिए पल्लवी को बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। पल्लवी इस दौरान एक और साथी महिला पत्रकार का भी जिक्र करती हैं और कहती हैं कि उन्हें भी याद होगा कि किस तरह अकबर ने उनका शोषण किया।
ऑफिस के केबिन में जबरदस्ती चूमा
उस दिन को याद करते पल्लवी लिखती हैं, ”1994 की बात है, मैं संपादकीय पेज दिखाने अकबर के केबिन में गईं। अकबर ने मेरी तारीफ की, लेकिन अचानक ही उसने मुझे किस कर लिया। मैं बेहद डर गई…. मैं शर्मिंदा हो गई।”
मुंबई के होटल में चूमने की कोशिश
दूसरी घटना मुंबई की है। कुछ महीनों बाद पल्लवी को एक मैगजीन की लॉन्च के दौरान वहां बुलाया गया। पल्लवी कहती हैं, ‘उन्होंने मुझे लेआउट देखने के लिए अपने कमरे में बुलाया। फिर जबरन किस करने की कोशिश की। मैं लड़ गईं और उन्हें धक्का मार कर वहां से निकल गईं। मेरी आंखों में आंसू थे। मैंने यह बात अपनी एक दोस्त को भी बताई। जब मैं दिल्ली लौटीं तो अकबर ने मुझे आगे से विरोध करने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी। लेकिन मैंने नौकरी नहीं छोड़ी।
जयपुर में किया दुष्कर्म
पल्लवी के मुताबिक तीसरी घटना जयपुर की है। जब एक स्टोरी के लिए सिलसिले में उन्हें राजस्थान जाना पड़ा था। तब अकबर ने उन्हें जयपुर के होटल में बुलाया। गोगोई ने लिखा, ‘होटल के कमरे में मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन उन्होंने मेरे कपड़े फाड़ दिए और मेरा रेप किया। मैं शर्मिंदा हो गई लेकिन उस उक्त मैंने इसके बारे में किसी को नहीं बताया। मुझे लगा कि शायद इस घटना पर कोई यकीन नहीं करेगा। मैंने खुद को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया।’