इन दिनों आलोचना में घिरी प्रशासकों की समिति (सीओए) के द्वारा गठित तीन सदस्यीय स्वतंत्र समिति ने आखिरकार अपनी जांच शुरू कर दी. बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी पर लगे कथित यौन उत्पीड़न के आरोप की जांच तीन सदस्यीय स्वतंत्र समिति को सीओए ने कुछ दिन पहले सौंपी थी, लेकिन इस मामले में सीओए की पारदर्शिता पर ही सवाल उठने लगे थे. बीसीसीआई ने गुरुवार को एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी कि. बीसीसीआई ने साथ ही जांच से संबंधित सभी कागजात समिति को सौंप दिए हैं.
इस तीन सदस्यीय समिति में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश राकेश शर्मा, दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा सिंह और सीबीआई के पूर्व निदेशक रिटायर्ड आईपीएस पी.सी. शर्मा शामिल हैं. समिति ने गुरुवार को आज बैठक की और अगले दो दिनों तक बीसीसीआई द्वारा दिए गए दस्तावेजों की जांच करेगी. जौहरी पर एक अज्ञात महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए थे. इसके बाद सीओए ने उनसे जवाब मांगा था. अपनी सफाई में जौहरी ने आरोपों से इनकार किया था. तभी सीओए ने तीन सदस्यीय स्वतंत्र समिति का गठन करने का फैसला किया था.
स्वतंत्र जांच हुई शुरू, शिकायत दर्ज कराने के लिये बनी ईमेल आईडी
बीसीसीआई ने बयान में कहा है, “सीओए द्वारा गठित स्वतंत्र समिति ने अपनी जांच शुरू कर दी है. बीसीसीआई ने जांच से संबंधित सभी कागजात समिति को उपलब्ध करा दिए हैं. अगले दो दिनों तक समिति इनकी समीक्षा करेगी.” समिति ने आधिकारिक रूप से शिकायत दर्ज कराने, कोई जानकारी देने या सबूत देने के लिए अलग से एक ईमेल भी बनाया है.बीसीसीआई ने बयान में कहा, “समिति ने अलग से एक ईमेल आईडी भी बनाया है, जिस पर बीसीसीआई या उसके बाहर का व्यक्ति सात दिन के भीतर यानी नौ नवंबर तक यौन उत्पीड़न के आरोप से संबंधित अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है, जानकारी दे सकता है, या सबूत भेज सकता है.”
समिति ने इसके लिए जीमेल पर bcciinquirycommittee@gmail.com नाम से ईमेल आईडी बनाई है. समिति अगर सही समझेगी तो उस शख्स को बुलाएगी. इस बीच इन सभी बातों को गोपनीय रखा जाएगा. समिति के पास अगर कोई और मुद्दा आता है तो वह 10 और 11 नवंबर को फिर बैठक करेगी.
समिति अगले 15 दिनों में इस मामलें में रिपोर्ट जमा करेगी
बोर्ड की सात राज्य इकाइयों ने जौहरी के खिलाफ लगे आरोपों की जांच लंबित रहने तक उन्हें निलंबित करने की मांग की है. वहीं पूर्व कप्तान , सौरव गांगुली ने इस मामले में बोर्ड को ई-मेल भेजा है. उन्होंने कहा है कि इस मामले को जिस तरीके से निपटा गया, वह चिंताजनक है. गांगुली बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (कैब) के अध्यक्ष भी हैं.