Madhya Pradesh Vyapam scam व्यापमं घोटाले के आरोपित और तत्कालीन सिस्टम एनालिस्ट नितिन मोहिन्द्रा से जांच के दौरान जब्त कम्प्यूटर हार्ड डिस्क को अब व्यापमं मामलों की सुनवाई कर रही विशेष अदालत में 6 मार्च को दिखाया जाएगा। विशेष न्यायाधीश एसबी साहू ने मंगलवार को मामले में आरोपित प्रदीप रघुवंशी की अर्जी पर सुनवाई करते हुए उक्त आदेश दिए हैं।
सीबीआई को अदालत के आदेश का पालन करते हुए विशेषज्ञ के द्वारा जब्त हार्ड डिस्क को चलाकर दिखाया जाएगा। हार्ड डिस्क का जिक्र सीबीआई के चालान में तो है और हार्ड डिस्क में क्या पाया गया इसका विवरण भी दिया गया है। आरोपित नितिन मोहिन्द्रा से जब्त हार्डडिस्क को अब तक देखा नहीं गया था।
जिसे अब न्यायाधीश और आरोपितों के वकीलों की उपस्थिति में 6 मार्च को देखा जाएगा। हार्ड डिस्क के अदालत में देखे जाने पर सीबीआई जांच में आए कई अनसुलझे सवालों का जवाब भी मिल सकता है। हार्ड डिस्क का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि इसी हार्ड डिस्क से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में हुई गडबड़ी और उनसे जुड़े डाटाओं की जानकारी प्राप्त की गई थी।
हार्ड डिस्क में मामले से जुड़े तत्कालीन मंत्री, नेताओं, अफसरों, व्यापमं के तत्कालीन अधिकारियों के नाम भी हैं। जिनका खुलासा अभी तक सीबीआई ने अपनी जांच के दौरान नहीं किया है। सीबीआई जांच में मंत्राणी का भी जिक्र आया है, जिसके कहने पर एक उम्मीदवार को परीक्षा पास कराने का जिक्र है।
मंत्राणी शब्द के जिक्र पर पूर्व में जमकर राजनीति भी गर्मा गई थी। हार्ड डिस्क से व्यापमं की पूर्व चेयरपर्सन रंजना चौधरी को मामले में आरोपित तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी द्वारा रिश्वत दिए जाने संबंधी सवालों का जवाब और तत्कालीन शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के अलावा अन्य मंत्रियों की भूमिका भी समाने आ सकती है।