लोहिया संस्थान में हॉस्पिटल ब्लॉक की पुरानी इमरजेंसी में ऑक्सीजन की किल्लत हो जाने से शनिवार को सुबह तीन बजे कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। अस्पताल के डॉक्टर कई दिन से उच्चाधिकारियों और सप्लाई करने वाली कंपनी को ऑक्सीजन सिलेंडर कम होने की जानकारी दे रहे थे। बावजूद आपूर्ति नहीं की गई। सुबह अचानक ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हुए तो अफरा-तफरी मच गई। यहां पर सैकड़ों मरीज नॉन कोविड और ट्रायज एरिया में कोविड के भर्ती हैं। संस्थान की ओर से कंपनी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
होल्डिंग एरिया में हैं कई संक्रमित: संस्थान के हॉस्पिटल ब्लॉक की इमरजेंसी में गंभीर मरीजों के लिए 54 बेड हैं। इनमें 10 बेड आइसीयू वॉर्ड में हैं। शुक्रवार की रात इमरजेंसी से लेकर आइसीयू वॉर्ड कोरोना संक्रमितों से भरा हुआ था। कई मरीज होल्डिंग एरिया में स्ट्रेचर पर ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। बताया जा रहा है कि सुबह 6:00 बजे अस्पताल ब्लॉक में ऑक्सीजन सिलिंडर खत्म होने से अफरा-तफरी मच गई। मरीजों की हालत बिगड़ने लगी। इसी दौरान वेंटिलेटर पर भर्ती तीन अति गंभीर मरीजों ने दम तोड़ दिया। इसके बाद सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाए गए। तब जाकर अन्य मरीजों की जान बची।
हॉस्पिटल ब्लॉक में ऑक्सीजन प्लांट नहीं होने से बाराबंकी की सारंग कंपनी ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति करती है। शुक्रवार को कंपनी ने एक प्लांट फेल बताकर ऑक्सीजन आपूर्ति से हाथ खड़े कर दिए।
लोहिया संस्थान के निदेशक डॉ. एके सिंह ने बताया कि कंपनी को पहले ही अलर्ट किया गया था। मगर समय पर ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं की गई। मरीजों की मौत होने के मामले में जांच बैठाई गई है। साथ ही कंपनी को नोटिस भी जारी कर दिया गया है।