एक तरफ चीन टेबल पर बैठ कर शांति की बातें करता है वहीं दूसरी तरफ भारत के खिलाफ साजिश रचता है. लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी तनाव के बीच चीन ने अक्साई चिन में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की तैनाती कर दी है.
चीन की इस हरकत के बाद भारतीय वायुसेना के चिनूक हेलिकॉप्टर रात में भी दौलत बेड ओल्डी और काराकोरम दर्रे के आसपास पेट्रोलिंग कर रहे हैं.
चीन की हरकतों पर नजर रखने के लिए चिनूक हेलिकॉप्टर सीमा से लगे इलाके में 16000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरता नजर आया. बता दें कि एक दिन पहले ही भारत और चीनी सैनिकों के बीच तनाव कम करने के लिए दोनों सेनाओं के वरिष्ठ कमांडर के बीच पूर्वी लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी में बैठक हुई थी.
इस वार्ता का मुख्य एजेंडा डेप्सांग की वर्तमान स्थिति का आकलन करना था. बीते दिनों यहां चीनी सैनिकों की भीड़ देखी गई थी. डेप्सांग के दूसरी तरफ करीब 15,000 से अधिक चीनी सैनिकों की तैनाती के बाद भारत ने भी उन इलाकों में सैनिक की संख्या बढ़ा दी थी. इतना ही नहीं भारत ने उस क्षेत्र में टी -90 टैंकों की भी तैनाती कर दी है.
डेप्सांग इलाके में चीन की ताजा हरकतों के बाद चिनूक हेलिकॉप्टर भी चुशुल क्षेत्र में लगातार गश्त कर रहे हैं. किसी भी विषम परिस्थिति में विवादित जगह तक सैनिकों को जल्द से जल्द पहुंचाने की ट्रेनिंग की जा रही है. वहीं हमलावर हेलिकॉप्टर अपाचे भी लगातार इन इलाकों में उड़ान भर रहा है.
बता दें कि एक दिन पहले जब दोनों देशों के शीर्ष कमांडरों के बीच बैठक हुई थी तो उसमें भारत ने अपने क्षेत्र में गश्त के मुद्दे को भी उठाया था. इस इलाके में चीनी सेना भारतीय सैनिकों के गश्त को रोकने की कोशिश करती है. चीनी सेना ने डेप्सांग के दूसरी तरफ सैनिकों की भारी उपस्थिति के साथ-साथ टैंक, तोपखाने की तैनाती की है.
भारत और चीनी सैन्य अफसरों के बीच अब तक जितनी भी वार्ता हुई है वो पैंगोंग झील के साथ-साथ चार पेट्रोलिंग पॉइंट्स 14, 15 और 17A को लेकर जो विवाद है उसपर केंद्रित था. बता दें कि पैंगोंग झील पर गतिरोध बना हुआ है क्योंकि चीन झील के फिंगर 5 और 8 के बीच किलेबंदी कर रहा है.