पूर्वी लद्दाख में चीन से जारी गतिरोध लगातार बना हुआ है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि इस वर्ष कुछ घटनाएं बहुत विचलित करने वाली हुई है। उन्होंने अपने रुख के चलते कुछ बुनियादी चिंताओं को उठाया है।
दूसरे पक्ष ने उन समझौतों का पालन नहीं किया है। विदेश मंत्री से पूछा गया कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गतिरोध जल्द खत्म हो जाएगा या लंबा खिंचेगा, इस पर उन्होंने कहा कि मैं इस बारे में कोई भविष्यवाणी नहीं करूंगा।
विदेश मंत्री ने कहा कि एलएसी पर जो कुछ हुआ है, वह किसी भी लिहाज से चीन के हित में नहीं है। इस गतिरोध के चलते लोगों की भावना पर प्रतिकूल असर पड़ा है। साथ ही जयशंकर ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान हो और वहां गतिविधियों पर नजर रखी जा सके इसीलिए हम वहां मौजूद हैं।
बता दें कि हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि चीन की तैनाती से दोनों देशों के संबंधों और समझौतों को गंभीर नुकसान हुआ है। बीते 30-40 वर्षों का यह सबसे मुश्किल दौर है।