आज के दौर में युवाओं के अंदर रोजमर्रा की चुनौतियों से निपटने का जज्बा चाहे हो या न हो लेकिन सोशल मीडिया की चुनौतियों को सिर माथे पर रख रहे हैं। सोशल मीडिया पर इन दिनों ‘कीकी चैलेंज’ का जादू देखने को मिल रहा है। इस चैलेंज में लोग खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
ऐसे में सावल यह उठता है कि क्या इस तरह के चैलेंज व्यक्ति या समाज को कुछ दे रहे हैं? लोग क्यों इस तरह की चुनौतियों के प्रति दीवानगी दिखाते हैं, लेकिन ज्यादातर बार मौत ही हाथ लगती है। मनोचिकित्सकों का कहना है कि लोगों को यह लगता है कि इस तरह के चैलेंज उनके कामकाज के तनाव को दूर करते हैं, जबकि ऐसा नहीं होता।
कीकी, चैलेंज या दीवानगी!
‘कीकी चैलेंज’ इन दिनों हर वर्ग के बीच लोकप्रिय हो रहा है। चलते वाहनों के साथ साथ डांस करने का यह चैलेंज लोग सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहे हैं। मनोचिकित्सक ब्र्हमदीप सिंधू के मुताबिक, लोगों को कुछ अनूठा करने की चाह होती है और सोशल मीडिया पर इसका प्रदर्शन करके थोड़ी सी वाहवाही पाने के चक्कर में लोग भूल जाते हैं कि इस तरह की गतिविधियां खतरनाक साबित हो सकती हैं। उनके मुताबिक ‘कीकी चैलेंज’ भी इसी तरह की दीवानगी है, जो लोगों की मानसिकता के साथ खेल रही है।