किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में रेजीडेंट डॉक्टरों की नौकरी पर संकट छा गया है। आरोप है कि शासनादेश के बावजूद सेवा का विस्तार नहीं किया जा रहा है। ऐसे में एसो सिएशन के पदा धिकारियों ने केजीएमयू प्रशासन को पत्र लिखा है।
केजीएमयू में एक हजार के करीब सीनियर-जूनियर डॉक्टर हैं। इनका सेवा विस्तार न होने से आक्रोश में हैं। ऐसे में रेजीडेंट डॉक्टर वेलफेयर एसोसिएशन ने केजीएमयू प्रशासन को पत्र लिखा है। इसमें 11 अगस्त को शासन द्वारा जारी आदेश का हवाला दिया गया। रेजीडेंट डॉक्टरों के मुताबिक, आदेश में सीनियर रेजीडेंट को कोविड की वजह से एक वर्ष का सेवा विस्तार करने को कहा गया है।
राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों को जारी किए गए आदेश को संस्थान में नजरंदाज किया जा रहा है। इस संबंध में 27 अगस्त को बैठक भी की गई। मगर, नॉन क्लीनिकल व डेंटल विभाग के रेजीडेंट के लिए दोहरा रवैया अपना जा रहा है। वहीं, कुछ चुनिंदा विभागों के रेजीडेंट को सेवा विस्तार किया जा रहा है। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक, रेजीडेंट की तैनाती नियमानुसार की जाएगी।