जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार को हुई हिंसा के बाद स्थिति गंभीर हो गई है. इस हिंसा के खिलाफ छात्र दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर जुट गए हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जेएनयू विवाद पर गृह मंत्री अमित शाह ने भी संज्ञान ले लिया है. वहीं, इस घटना पर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि परीक्षा देने के लिए स्टूडेंट्स रजिस्ट्रेशन करा रहे थे. रजिस्ट्रेशन कराने वाले स्टूडेंट्स को परीक्षा का विरोध कर रहे कुछ लड़कों ने हॉस्टल में घुसकर मारा है.

मनोज तिवारी ने कहा कि ये कहीं से भी उचित नहीं है. ये बहुत दुखद है और कुछ लोग जानबूझकर इसे राजनीतिक हवा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि छात्रों को हिंसा से कोई ना जोड़े. भारतीय जनता पार्टी इस घटना की कड़ी निंदा करती है और सख्त जांच की मांग करती है, ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो.
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की है. गृह मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह ने जेएनयू मामले पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की. साथ ही गृह मंत्री अमित शाह ने निर्देश दिए हैं कि आईजी लेवल की एक अधिकारी की कमेटी बनाकर जल्द ही गृह मंत्रालय को रिपोर्ट दी जाए.
जेएनयू प्रशासन ने कहा है कि शरारती तत्वों से निपटने के लिए कदम उठा लिए गए हैं. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को बुलाया गया है. साथ ही जेएनयू ने छात्रों को धैर्य बनाए रखने और अलर्ट पर रहने के लिए कहा है. लोगों का कहना है कि किस तरह से इतनी सुरक्षा व्यवस्था होने के बाद भी कैसे लोग कैंपस में घुसे और मारपीट की, जबकि कैंपस में मीडिया तक को एंट्री जल्दी नहीं मिल पाती है.
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal