जदयू (JDU) ने बुधवार को पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर को पार्टी से निष्कासित कर दिया। उनपर पार्टी लाइन के बाहर जाकर बयानबाजी करने का आरोप लगा था और उसके बाद पार्टी ने उनपर ये कार्रवाई की। प्रशांत किशोर को निष्कासित किए जाने के बाद जहां भाजपा और जदयू नेताओं के साथ ही राजद की तरफ से भी प्रशांत किशोर को लेकर प्रतिक्रिया दी गई।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने प्रशांत किशोर को नाली का कीड़ा बता दिया तो वहीं लालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेजप्रताप ने कहा कि हम प्रशांत किशोर का स्वागत करते हैं।
राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने प्रशांत किशोर की तुलना गंदे नाली के कीड़े से की और कहा कि गंदे नाले से निकले पानी का इस्तेमाल पीने में नहीं किया जाता है और हमने जिसे गंदा मान लिया उसका इस्तेमाल नहीं करने वाले हैं। वहीं तेजप्रताप यादव ने प्रदेश अध्यक्ष के बयान के बाद कहा कि राजद में प्रशांत किशोर का स्वागत है और पीके के लिए राजद के दरवाजे खुले हैं।
जगदानंद सिंह के बयान के बाद राजनीति तेज हो गई है। उनके बयान पर जदयू नेता अशोक चौधरी ने कहा कि जिसका राष्ट्रीय अध्यक्ष ही घोटाला के मामले में सजायाफ्ता हो और जेल में हो वो दूसरी पार्टी को कैसे गन्दा नाला कह सकते हैं?
वहीं, जेडीयू नेता अजय आलोक ने कहा कि प्रशांत किशोर का चैप्टर जेडीयू में अब क्लोज हो गया है। उन्होंने पीके को कोरोना वायरस बताते हुए कहा कि कोरोना वायरस को अब निकाल दिया गया है। पार्टी ने एक पागल को मौका दिया था।
बता दें कि प्रशांत किशोर और पवन वर्मा को पार्टी विरोधी बयान दिए जाने के आरोप में जदयू ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था। जिसके बाद बिहार में बयानबाजी का दौर जारी है। जदयू नेताओं ने जहां प्रशांत किशोर और पवन वर्मा पर तंज कसा है वहीं भाजपा नेताओं ने भी तरह-तरह के बयान दिए हैं।