जम्मू कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों ने एक ट्रेनी पुलिस कांस्टेबल को अगवा कर लिया है. ट्रेनी पुलिस कांस्टेबल मोहम्मद सलीम शाह को शुक्रवार देर रात आतंकवादियों ने अगवा किया.
सलीम फिलहाल कठुआ में ट्रेनिंग कर रहे हैं. वह छुट्टी पर थे. इस दौरान आतंकवादियों ने उनको अगवा कर लिया. सूत्रों के मुताबिक उन्हें ढूंढने के लिए तलाशी शुरू हो गई है.
बता दें कि आतंकवादियों द्वारा पुलिसकर्मी को अगवा करने की ये कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी आतंकवादियों ने शोपियां से पुलिसकर्मी जावेद अहमद डार को अगवा किया था, जिसके बाद उनका शव कुलगाम से मिला.
डार की हत्या की जिम्मेदारी हिज्बुल मुजाहिद्दीन ने ली थी. जावेद को उस वक्त अगवा किया गया था जब वो एक मेडिकल शॉप पर दवा लेने जा रहे थे. जावेद ने पुलिस महकमे को बताया था कि वो अपनी मां को दवाई देने जा रहे हैं.
उन्होंने कहा था कि उनकी मां को दवाइयों की जरूरत है, वो हज के लिए जाने वाली हैं. चश्मदीदों के मुताबिक एक कार में तीन से चार हथियारबंद आतंकवादी आए. आतंकवादियों ने हवा में फायरिंग की और बंदूक की नोंक पर जावेद को अपने साथ कार में बिठाकर ले गए.
गौरतलब है कि चंद दिनों पहले ही आतंकियों ने सेना के जवान औरंगजेब की अगवा कर हत्या कर दी थी. आतंकियों ने औरंगजेब को उस वक्त अगवा किया था जब वो ईद की छुट्टियों पर घर जा रहे थे. फिर 14 जून की शाम को उनका गोलियों से छलनी शव पुलवामा जिले के गुस्सु गांव में बरामद हुआ था.
औरंगजेब जम्मू-कश्मीर की लाइट इन्फेंट्री का हिस्सा थे, जो 44 राष्ट्रीय रायफल्स के साथ काम कर रही थी. औरंगजेब शोपियां में 44RR की कोर टीम का हिस्सा थे. जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर के भतीजे महमूद भाई को जिस सेना की टीम ने मारा था, औरंगजेब उसी टीम का हिस्सा रहे थे. इसी का बदला लेने के लिए आतंकियों ने औरंगजेब को निशाना बनाया था.