आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि समाप्त हो गई है. अब आयकर विभाग इससे मिले आंकड़ों का मिलान करेगा और यदि किसी भी व्यक्ति द्वारा खासकर विदेश में जमा धन के मामले में कोई गड़बड़ी पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक हैदराबाद में हाल में हुई एक मीटिंग में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने खुफिया और जांच विंग के अधिकारियों से कहा कि आईटी रिटर्न और अन्य डेटा सोर्स से मिली जानकारियों का मिलान कर विदेश में काला धन जमा करने वालों पर कार्रवाई करें.
पिछले 18 महीनों में अधिकारी ऐसे तमाम लोगों पर नजर बनाए हुए हैं, जिन्होंने नोटबंदी के दौरान बैंकों में भारी राशि जमा करवाई थी. इसके अलावा उन लोगों पर भी नजर रखी जा रही है जिन्होंने देश से बाहर जमा या निवेश किया है. इनमें पनापा पेपर लीक से सामने आए कुछ शीर्ष कारोबारियों और कलाकारों के नाम शामिल हैं.
अखबार के अनुसार, अधिकारियों के पास अब मिलान के लिए तीन स्रोतों से डेटा हासिल हैं. टैक्स हैवन जैसे कई देशों से हुए सूचना आदान-प्रदान के समझौते से, अमेरिका के फॉरेन अकाउंट टैक्स कम्प्लायंस एक्ट के तहत मिली जानकारी से और रिजर्व बैंक के पास हासिल जानकारी से.
इन सभी आंकड़ों का मिलान आयकर रिटर्न से किया जाएगा. विभाग को शक है कि काफी रकम ऐसी है जो विदेश तो भेजी गई, लेकिन फिर उसे भारत में नहीं लौटाया गया.
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