IRCTC ने रेल यात्रियों को एक और सुविधा दी है। अब अधिकृत टिकट बुकिंग एजेंटों के जरिये बुक करवाए गए रेल टिकटों को ओटीपी आधारित व्यवस्था के तहत कैंसिल करवाया जा सकता है। पैसेंजर्स अब एजेंटों द्वारा बुक करवाए गए रेल टिकटों को ओटीपी की बदौलत कैंसिल करवा सकते हैं और रिफंड प्राप्त कर सकते हैं। IRCTC द्वारा जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि टिकट कैंसिल करवाने की यह प्रणाली अथॉराइज्ड एजेंटों द्वारा बुक किए गए ई-टिकटों पर ही लागू होगा।
बयान में कहा गया है कि ओटीपी आधारित रिफंड प्रक्रिया ग्राहकों के हित में सिस्टम में और अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा। यह सुविधा सरल है। इसके तहत पैसेंजर यह जान सकेंगे कि एजेंट जिस टिकट को कैंसिल करवा रहा है उसके बदले उसे वास्तव में कितने पैसे रिफंड के तौर पर मिल रहे हैं।
इस नई व्यवस्था के तहत, जब कभी ग्राहक अधिकृत एजेंट के जरिये अपना टिकट कैंसिल करवाते हैं या पूरी तरह वेटलिस्टेड टिकट बुक करवाते हैं तो उनके मोबाइल पर एक वन टाइम पासवर्ड (OTP) और रिफंड की रकम की जानकारी मिलेगी। ग्राहक को यह ओटीपी एजेंट को बताना होगा जिसने रिफंड प्राप्त करने के लिए टिकट बुक की थी।
IRCTC के एक अधिकारी ने बताया कि अक्सर ऐसा मामला सामने आता है कि एजेंट अपने मोबाइल नंबर के जरिये टिकट बुक करते हैं और कैंसिलेंशन की सारी जानकारी उनके पास आती है। पैसों के रिफंड की जानकारी ग्राहकों से छुपाकर उनका नुकसान करते हैं। अब चूंकि रिफंड की यह प्रक्रिया ओटीपी आधारित होगी तो ग्राहकों को टिकट बुक करवाते समय यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि वह अपना मोबाइल नंबर दे रहे हैं।
अधिकारी के अनुसार, अधिकृत एजेंटों के जरिये प्रतिदिन लगभग 27 फीसद रेल टिकट बुक करवाये जाते हैं। इनमें से 20 फीसद टिकटों को प्रतिदिन कैंसिल करवाया जाता है। नई व्यवस्था का उद्देश्य एजेंटों के जरिये बुक करवाए गए टिकट कैंसिल करवाने पर रिफंड की प्रक्रिया को सरल बनाना है। साथ ही ग्राहकों को समय पर रिफंड की रकम मिले, यह सुनिश्चित करना है।