अब इन अभ्यर्थियों को आगे के प्रशिक्षण के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल (SVPNPA) नेशनल पुलिस एकेडमी हैदराबाद पहुंचना होता है। इसके बाद इन्हें यहां 11 महीने की ट्रेनिंग दी जाती है। ग्यारह महीने का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उम्मीदवारों को डिस्ट्रिक्ट प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए जाना होता है जो कि 6 महीने की होती है। इसके बाद ये अभ्यर्थी दोबारा SVPNPA हैदराबाद वापस लौटते हैं।
सभी चरणों को पास करने के बाद कैंडिडेट्स को अपने बेहद मुश्किल प्रशिक्षण से गुजरनायूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को पास करने के बाद अभ्यर्थियों की चुनौतियां कम नहीं होती है। इसके बाद उन्हें एक नए पड़ाव को पार करना होता है। वह है वह ट्रेनिंग। संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित होने वाली CSE परीक्षा के होता है। इसके बाद जाकर ये कहीं आईपीएस, आईएएस और आईएफएस बन पाते हैं। इसी कड़ी में आज, हम आपको बताने जा रहे हैं कि आईपीएस ऑफिसर्स की ट्रेनिंग देश में कहां होती है और कितने दिनों तक चलती है। इन सभी डिटेल्स के बारे में डालते हैं एक नजर।
मसूरी में होता है फाउंडेशन कोर्स
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा क्लीयर करने के बाद आईपीएस की ट्रेनिंग (IPS Training) शुरुआती दौर में आईएएस अफसरों के साथ ही होती है। इन्हें भी LBSNAA, मसूरी में फाउंडेशन का कोर्स करना होता है। इसकी अवधि 3 महीने की होती है। इसके बाद, यहां से IAS और IPS उम्मीदवारों की राहें अलग हो जाती हैं।
SVPNPA में होती है आगे की ट्रेनिंग
अब इन अभ्यर्थियों को आगे के प्रशिक्षण के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल (SVPNPA) नेशनल पुलिस एकेडमी, हैदराबाद पहुंचना होता है। इसके बाद इन्हें यहां 11 महीने की ट्रेनिंग दी जाती है। ग्यारह महीने का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उम्मीदवारों को डिस्ट्रिक्ट प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए जाना होता है, जो कि 6 महीने की होती है। इसके बाद, ये अभ्यर्थी दोबारा SVPNPA, हैदराबाद वापस लौटते हैं, जहां उन्हें फिर अंतिम चरण के प्रशक्षिण से गुजरना होता है। इसके बाद जाकर कहीं फाइनल उन्हें तैनाती दी जाती है। विभिन्न चरणों में होने वाला यह ट्रेनिंग उम्मीदवारों के लिए आसान नहीं होती है।