इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) की संचालन परिषद (Governing Council) की बैठक दो अगस्त को होगी। इस बैठक में इस साल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिता के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसमें आइपीएल की आठों टीमों को होने वाली समस्याओं, स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) और पूरे कार्यक्रम पर चर्चा होगी।
बीसीसीआइ ने टूर्नामेंट के 19 सितंबर से 8 नवंबर के बीच खेले जाने की घोषणा की है, लेकिन कौन सा मैच कब होगा यह नहीं बताया है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार कार्यक्रम तैयार कर लिया गया है और टीमों के सामने उसको रखा जाएगा। इसके बाद उसकी आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि दो अगस्त को होने वाले आइपीएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग में इसकी आधिकारिक घोषणा होगी।
बीसीसीआइ के अधिकारी ने कहा कि बैठक के दौरान सभी आठ फ्रेंचाइजी को टूर्नामेंट के तौर तरीकों को लेकर स्पष्ट तस्वीर मिल जाएगी। उम्मीद है कि बैठक के बाद एसओपी भी फ्रेचाइजी को सौंप दी जाएगी। इस बैठक में बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह के अलावा आइपीएल चेयरमैन बृजेश पटेल भी भाग लेंगे। इसमें विभिन्न हितधारकों से जुड़े मसलों पर चर्चा होगी। गांगुली और शाह का कार्यकाल समाप्त हो चुका है लेकिन इन दोनों ने लोढ़ा समिति के विश्राम काल (कूलिंग ऑफ पीरियड) की शतरें में छूट देने के लिये उच्चतम न्यायालय में अपील की है जिसमें 17 अगस्त को इस पर सुनवाई होगी।
बीसीसीआइ के अधिकारी ने कहा कि बैठक के दौरान सभी आठ फ्रेंचाइजी को टूर्नामेंट के तौर तरीकों को लेकर स्पष्ट तस्वीर मिल जाएगी। उम्मीद है कि बैठक के बाद एसओपी भी फ्रेचाइजी को सौंप दी जाएगी। इस बैठक में बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह के अलावा आइपीएल चेयरमैन बृजेश पटेल भी भाग लेंगे। इसमें विभिन्न हितधारकों से जुड़े मसलों पर चर्चा होगी। गांगुली और शाह का कार्यकाल समाप्त हो चुका है लेकिन इन दोनों ने लोढ़ा समिति के विश्राम काल (कूलिंग ऑफ पीरियड) की शतरें में छूट देने के लिये उच्चतम न्यायालय में अपील की है जिसमें 17 अगस्त को इस पर सुनवाई होगी।
मैचों का आयोजन खाली स्टेडियमों में किया जाएगा। ऐसे में फ्रेंचाइजी को गेट मनी (टिकट से होने वाली आय) से होने वाले नुकसान पर भी चर्चा होगी। फ्रेंचाइजियों को खिलाड़ियों की तरफ से सवाल पूछे जा रहे हैं कि वे अपने परिवारों को साथ ले जा सकते हैं कि नहीं और यह मामला जोर पकड़ रहा है। इस पर भी चर्चा होगी।
गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से अनुमति मिलने की उम्मीद
खेल मंत्रालय से बीसीसीआइ को आइपीएल के लिए हरी झंडी मिल चुकी है, पर गृह और विदेश मंत्रालय से अनुमति मिलना बाकी है। बीसीसीआइ के अधिकारी ने कहा कि गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से आइपीएल के आयोजन को अनुमति मिल जाएगी। चूंकि यूएई के साथ भारत सरकार के संबंध बेहतर हैं इसलिए माना जा रहा है आयोजन में किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। इससे पहले 2014 में भी यूएई में इंडियन प्रीमियर लीग का आयोजन हुआ था।