कोरोना वायरस की वजह से दुनिया की सबसे महंगी क्रिकेट प्रीमियर लीग यानी आइपीएल पर काफी असर पड़ा है। आइपीएल के 13वें सीजन की शुरुआत 29 मार्च से होनी थी, लेकिन कोरोना वायरस की महामारी के कारण इस लीग को 15 अप्रैल तक के लिए सस्पेंड किया गया था। इसके कुछ ही दिन के बाद केंद्र सरकार ने 14 अप्रैल तक के लिए देशभर में लॉकडाउन कर दिया। इसके बाद साफ हो गया था कि ये लीग 15 अप्रैल से भी शुरू नहीं होगी।
आइपीएल 2020 को लेकर अगले एक-दो दिन में आधिकारिक ऐलान हो जाएगा कि इस साल ये लीग हो पाएगी या नहीं? हालांकि, इससे पहले सीएनबीसी-टीवी18 की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि आइपीएल का 13वां सीजन इस साल जुलाई में खेला जा सकता है जो करीब-करीब एक महीने का ही होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआइ के पास कुलमिलाकर तीन विकल्प हैं, जो आइपीएल की पूरी-पूरी संभावना व्यक्त करते हैं कि लीग इस साल होगी।
बीसीसीआइ के पास पहला प्लान ये है कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का इलाज मुमकिन हो और कम से कम भारत में इस पर रोक लगे। हालांकि, इस बीच बीसीसीआइ के पास तीन महीने हैं। अप्रैल से जून तक अगर हालाता कोरोना वायरस से सामान्य हो जाते हैं तो फिर इस लीग का आयोजन जुलाई में होना सुनिश्चित है। अगर कोविड 19 से हालात नहीं सुधरते हैं तो फिर नवंबर और दिसंबर में भी इस साल आइपीएल का आयोजन करने पर बीसीसीआइ का विचार है। ये बोर्ड का दूसरा प्लान है।
बीसीसीआइ के पास तीसरा प्लान आइपीएल के 13वें सीजन को आयोजित कराने का कुछ ऐसा है कि अगर जरूरत पड़ी तो आइपीएल के मैच बिना दर्शकों के यानी खाली स्टेडियम में आयोजित हो सकते हैं। वैसे भी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड आइपीएल के इस साल नहीं होने से काफी नुकसान में रहेगा, क्योंकि करीब 5 हजार करोड़ की ब्रॉडकास्टिंग डील बीसीसीआइ ने स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क के साथ की हुई है।