उस्मान ख्वाजा (100) की शानदार शतकीय पारी और एडम जंपा (3 विकेट) की उम्दा गेंदबाजी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पांचवें व आखिरी वन-डे में टीम इंडिया को 35 रन से हारकर पांच मैचों की सीरीज 3-2 से अपने नाम की। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने 2009 के बाद भारत को उसी की सरजमीं पर वन-डे सीरीज में हराया।
विश्व कप से पहले टीम इंडिया की यह आखिरी सीरीज थी और उसमें भी हार झेलनी पड़ी। बता दें कि तीन साल बाद घर में टीम इंडिया को वन-डे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है। इससे पहले भारतीय टीम कोई भी वन-डे सीरीज अपने घर में नहीं हारी थी। आइए जानते हैं इस मैच में मिली हार के वो 5 ‘मुजरिम’ कौन हैं?
शिखर धवन
ऑस्ट्रलिया के 272 रन के जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया को रोहित और शिखर की सलामी जोड़ी ने अच्छी शुरुआत नहीं दिलाई। मोहाली वन-डे में 139 रन की धमाकेदार शतकीय पारी खेलने वाले धवन आखिरी व निर्णायक वन-डे में महज 12 रन बनाकर आउट हो गए। उन्हें पैट कमिंस ने विकेट के पीछे एलेक्स कैरी के हाथों कैच आउट कराकर चलता किया।
विराट कोहली
कंगारुओं के खिलाफ लागातर दो शतक जड़ने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली का भी बल्ला दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में नहीं चल पाया। वह केवल 20 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। वह ऑस्ट्रेलिया के खतरनाक खिलाड़ी स्टोइनिस की गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट हो गए। विराट ने नागपुर (116) और रांची (123) वन-डे में शानदार शतकीय पारी खेली थी।
ऋषभ पंत
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी को आखिरी के दो वन-डे में आराम दिए जाने के बाद पंत को मौका मिला। मगर वह खुद को साबित करने में नाकाम रहे। दरअसल, मोहाली वन-डे का असली गुनाहगार उन्हें ही माना जाता है। वही, दिल्ली में भी उनका बल्ला खामोश रहा। वह केवल 16 रन बनाकर आउट हो गए।
रोहित शर्मा
टीम इंडिया के हिटमैन कहे जाने वाले रोहित शर्मा ने जरूर 56 रन की अर्दशतकीय पारी खेली, मगर टीम इंडिया को जीत की दहलीज पर नहीं पहुंचा सके। वह एडम जंपा की गेंद पर शर्मनाक तरीके से आउट हो गए। इस दौरान उनका बल्ला भी हाथ से छुटकर काफी दूर चला गया था।
जसप्रीत बुमराह
टीम इंडिया के डेथ ओवर स्पेशलिस्ट गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का भी प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। मोहाली में शानदार गेंदबाजी करने वाले बुमराह आखिरी वन-डे में 10 ओवर में 39 रन देकर एक भी विकेट हासिल नहीं कर पाए। मोहाली में खेले गए चौथे वन-डे में बुमराह ने 63 रन देकर तीन विकेट झटके थे।