क्रिकेट फैंस जहां आज भारत और पाकिस्तान के बीच दुबई में खेले जाने वाले हाई-वोल्टेज मुकाबले का इंतजार कर रहे हैं, तो वहीं इस मुकाबले से पहले भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा के संन्यास को लेकर अटकलें तेज होने लगी है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने भारत-पाक मैच से पहले एक ऐसा बयान दे दिया, जिसके बाद से हर कोई रोहित के संन्यास को लेकर चर्चा कर रहा हैx। आइए जानते हैं संजय मांजरेकर ने क्या कहा?
Sanjay Manjrekar ने Rohit Sharma के संन्यास को लेकर दिया बड़ा हिंट
दरअसल, भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar On Rohit Sharma Retirement) का मानना है कि कप्तान रोहित शर्मा के 2027 वनडे विश्व कप का हिस्सा होने की संभावना नहीं हैं। उन्होंने भारत-पाक मैच से पहले ये बड़ा बयान दिया। ग्रुप-ए में भारतीय टीम का आज चैंपियंस ट्रॉफी में दूसरा मुकाबला पाकिस्तान से है, जिसमें टीम की नजर सेमीफाइनल में पहुंचने पर है।
ईएसपीएनक्रिकइन्फो से बातचीत में मांजरेकर ने रोहित शर्मा के दो साल बाद वनडे विश्व कप के लिए भारतीय टीम में खेलने की संभावना से इनकार किया। उनका मानना है कि रोहित चैंपियंस ट्रॉफी के बाद संन्यास का एलान कर सकते हैं। इसलिए वह चाहते हैं कि रोहित पाकिस्तान के खिलाफ स्वतंत्र दिमाग से खेलें।
उन्होंने कहा,
“मुझे लगता है (कि) अगर उन्होंने फैसला कर लिया है, तो क्या रोहित शर्मा 2027 क्रिकेट विश्व कप के लिए वहां हो सकते हैं? मुझे ऐसा नहीं लगता, बहुत संभावना नहीं है। तो, फिर, यह हो सकता है, जैसा कि आप सुझाव दे रहे हैं, यह अंतिम टूर्नामेंट हो सकता है। मैं उम्मीद कर रहा हूं कि रोहित शर्मा वहां जाएंगे।”
Rohit Sharma ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में फॉर्म में वापसी की थी
बता दें कि भारत के कप्तान रोहित ने वहीं से शुरुआत की जहां उन्होंने ICC वनडे टूर्नामेंट 2023 विश्व कप में अपना आखिरी मैच खेला था। पिछले हफ्ते को चैंपियंस ट्रॉफी के शुरुआती मैच में दुबई की थकी हुई पिच पर बांग्लादेश के खिलाफ खेलते हुए रोहित ने आक्रामक शुरुआत देने की कोशिश की।
उनके बल्ले से 36 गेंदों में से 41 रन निकले थे और इस मैच से पहले रोहित ने अपने फॉर्म में वापसी इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में शतक जड़कर की थी। मांजरेकर ने आगे ये भी कहा,
“2023 विश्व कप (भारत में) रोहित शर्मा की लोकप्रियता बढ़ गई। उन्हें रोहित शर्मा के बारे में जो पसंद आया वह यह था कि उन्होंने देखा कि कप्तान निस्वार्थ था, वहां गया… (वह) शतक बना सकता था लेकिन (इसके बजाय) उसने टीम को शानदार शुरुआत दी और उसके बाद आने वाले खिलाड़ियों के लिए चीजें आसान कर दीं।”