एजेंसी इस मामले में जल्द ही चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को भी पूछताछ के लिए बुलाएगी और उनका स्टेटमेंट रिकॉर्ड करेगी।
यह है आरोप
आरोप है कि धूत ने आईसीआईसीआई बैंक से लोन मिलने के छह महीने बाद दीपक एवं उनके रिश्तेदारों की कंपनी को करोड़ों रुपये मुहैया कराए।
केस में नहीं है चंदा कोचर का नाम
हालांकि इस केस में चंदा कोचर का नाम शामिल नहीं है लेकिन बैंक के अज्ञात अधिकारियों का जिक्र किया गया है। इसके अलावा एसबीआई की अगुवाई वाले कंसोर्टियम में शामिल बैंकों के अधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी, जिन्होंने धूत की कंपनी को 40 हजार करोड़ रुपये का लोन दिया है।
इसमें लोन में आईसीआईसीआई बैंक का हिस्सा 3250 करोड़ रुपये का था। बता दें कि भ्रष्टाचार या धोखाधड़ी के मामले में प्रारंभिक जांच पहला चरण होता है। इसके बाद सीबीआई सबूत जुटाती है और आश्वस्त होने के बाद एफआईआर दर्ज की जाती है।
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