वीडियोकॉन घूस मामले में बर्खास्त हुई आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीएमडी चंदा कोचर की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जल्द ही पीएमएलए के तहत चंदा और उनके पति दीपक कोचर की संपत्ति, घर को जब्त कर सकती है।
कोचर दंपत्ति के पास फिलहाल 900 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति है। इसमें से सौ करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया जा सकता है। कुल संपत्ति में चंदा कोचर का दक्षिण मुंबई में अपार्टमेंट, शेयर और अन्य स्कीम में निवेश, बैंक खाते व पति की कंपनी न्यूपावर रिन्यूएबल्स का ऑफिस शामिल है।
बिजनेस स्टैण्डर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी अगले एक से दो दिन में कुर्की का आदेश जारी कर सकता है। चंदा कोचर के देवर राजीव कोचर से भी एजेंसी ने कई बार पूछताछ की थी। फिलहाल कोर्ट ने राजीव के खिलाफ लुकआउट नोटिस को हटाने और सिंगापुर जाने की अनुमति दे दी है।
बता दें कि ईडी ने 1875 करोड़ रुपये के इस घोटाले में बैंक के सीईओ पद से हटाई जा चुकी चंदा और उनके पति दीपक कोचर से मई 2019 में भी सवाल किए थे और उनके बयान दर्ज किए थे। इसके लिए चंदा और दीपक को कई बार एजेंसी के कार्यालय में उपस्थित होना पड़ा था।
सीबीआई ने वर्ष 2012 में बैंक द्वारा वीडियोकॉन समूह को दिए 3250 करोड़ रुपये के लोन और चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की संभावित भूमिका की जांच शुरू की थी। आरोप है कि वीडियोकॉन के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत ने आईसीआईसीआई समेत बैंकों के कंसोर्टियम से अपनी कंपनी को लोन मिलने के बाद न्यूपावर रिन्यूएबल्स में 64 करोड़ रुपये का निवेश किया था। बैंक के बोर्ड द्वारा आंतरिक जांच शुरू करने के बाद कोचर ने लंबी छुट्टी ले ली थी।
इसमें बैंक व वीडियोकॉन समूह के बीच हुए लेनदेन, वीडियोकॉन समूह और न्यूपावर के बीच हुए कथित लेनदेन के बारे में जानकारी मांगी गई थी। न्यूपावर में बैंक की एमडी एवं सीईओ के पति दीपक कोचर के आर्थिक हित जुड़े हुए हैं।