नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के लिए दुनिया भर में द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज के लिए कम होते दर्शक चिंता का कारण बन गए हैं और विश्व संस्था ने अपने सदस्यों को सलाह दी की कि उन्हें लंबे समय तक बने रहने के लिए अपने बजट में और अधिक समझदार होना होगा.
यह देखा गया है कि द्विपक्षीय सीरीज (टेस्ट, वन-डे, टी-20) के दौरान मेहमान टीम बड़े दल के साथ यात्रा करती हैं, जिससे समझौते पत्र के अनुसार उनका सारा खर्चा मेजबान संघ द्वारा उठाया जाता है.
टी-20 लीगों की बढती तादाद के मद्देनजर मान्यता के लिए कड़े मानदंड अपनाएगी आईसीसी
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की सिलसिलेवार बैठकों में दुनिया भर में तेजी से बढ़ती जा रही टी-10 और टी-20 लीगों पर नकेल कसने पर बातचीत की जाएगी. आईसीसी के कई सदस्यों ने आईपीएल की सफलता को देखते हुए अपनी अपनी टी-20 लीगें शुरू कर दी. अफगानिस्तान ने अपनी टी-20 लीग यूएई में कराने का फैसला किया है.
उन्होंने कहा, ”हर किसी के लिए हमारे दरवाजे खुले नहीं होंगे. भविष्य में मान्यता मिलना कठिन होगा और किसी भी टूर्नामेंट को घरेलू बोर्ड तथा आईसीसी दोनों से मान्यता लेनी होगी.”