इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जेसन रॉय ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में ताबड़तोड़ पारी खेल टीम को जीत दिलाई। लेकिन, इसी मैच में एक वाकया ऐसा भी आया जिसके लिए ICC ने जेसन रॉय को दोषी पाया और सजा भी सुनाई है। गनीमत ये है कि जेसन रॉय वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड के लिए खेलते नज़र आएंगे।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में जेसन रॉय ने अंपायर के फैसले पर सवाल उठाया था और फैसला बदलने की मांग की थी। इसी एवज में जेसन रॉय को आइसीसी ने सजा दी है। आइसीसी ने जेसन रॉय को आइसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के लेवल वन को तोड़ने का दोषी पाया है। इसके लिए जेसन रॉय पर भारी भरकर फाइन लगाया है।
85 रन की पारी खेलकर इंग्लैंड को जीत दिलाने वाले जेसन रॉय ने आइसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.8 को तोड़ने के आरोप को कबूल किया। जेसन रॉय ने ये भी स्वीकार किया है कि उन्होंने अपने कैच आउट होने के खिलाफ अंपायर्स से फैसला बदलने की मांग की थी, जो कि ऑस्ट्रेलिया की पारी के 20वें ओवर में पैट कमिंस की गेंद पर हुआ।
इस व्यवहार के लिए जेसन रॉय पर मैच फीस का 30 फीसदी जुर्माना लगा है। जेसन रॉय ने अपनी सजा कबूल की है इस तरह इस पर कोई सुनवाई नहीं होगी। इसके अलावा जेसन रॉय के काते में दो डिमेरिट प्वाइंट्स भी शामिल कर दिए गए हैं। इसलिए जेसन रॉय पर किसी भी तरह का बैन नहीं लगा। अगर ऐसा होता तो जेसन रॉय एक मैच के लिए यानी वर्ल्ड कप 2019 के फाइनल से बैन हो सकते थे।
मैच के बैन से जेसन रॉय इसलिए भी बच गए हैं क्योंकि उन्होंने कैच आउट दिए जाने के तुरंत बाद बिना सोचे समझे DRS की मांग की थी जो कि उपलब्ध नहीं था। जेसन रॉय जानते थे कि गेंद और बल्ले या ग्लव्स में कोई संपर्क नहीं हुआ है, जब डीआरएस उपलब्ध नहीं था तो उन्होंने अंपायर्स को इशारा किया कि गेंद वाइड है वो अपना फैसला बदल सकते हैं लेकिन, ऐसा नहीं और फील्ड अंपायर्स ने उन्हें जाने के लिए बोल दिया और वो निराश होकर चले गए। इस तरह वे मैच बैन से बच गए क्योंकि अंपायर की भी गलती इसमें थी और आइसीसी से इससे मुंह नहीं मोड़ सकती थी। इसलिए मैच फीस काटकर उन्होंने अपने नियमों का पालन किया।
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