आचार संहिता लागू होने से पहले हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार एक्शन में आ गई है। शुक्रवार को पांच आईएएस और 17 एचसीएस अफसरों का तबादला कर दिया। वहीं कर्मचारियों और पेंशनर्स का महंगाई भत्ता चार प्रतिशत बढ़ा दिया है।
आचार संहिता लागू होने से एक दिन पहले हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार एक्शन मोड में आ गई। सरकार ने मुख्य सचिव समेत पांच आईएएस व 17 एचसीएस अफसरों के तबादले व नियुक्ति आदेश जारी किए। सरकार ने 1988 बैच के आईएएस व अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद को राज्य का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है।
उधर, बिजली निगमों के चेयरमैन पीके दास ने भी इस्तीफा दे दिया है। राज्य सरकार ने प्रदेश के 2.70 लाख सरकारी कर्मचारियों और करीब ढाई लाख पेंशनर्स-पारिवारिक पेंशनर्स के महंगाई भत्ते में चार प्रतिशत की बढ़ोतरी करने के आदेश जारी किए हैं। बढ़ी हुई दर एक जनवरी 2024 से लागू होगी।
दरअसल, मौजूदा मुख्य सचिव संजीव कौशल जुलाई तक छुट्टी पर चले गए हैं और उनका कार्यकाल भी 31 जुलाई 2024 तक है। हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारियों की सूची में कौशल के बाद सबसे वरिष्ठ टीवीएसएन प्रसाद ही हैं। कौशल के सेवानिवृत्त होने के बाद उनका ही मुख्य सचिव बनना तय माना जा रहा था।
सेवानिवृत्ति से पहले छुट्टी पर क्यों गए कौशल
लोकसभा चुनाव के समय और सेवानिवृत्ति से ठीक पहले संजीव कौशल के छुट्टी पर जाने को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। बताया जा रहा है कि सीएमओ के एक अधिकारी से उनकी अनबन चल रही थी। टीवीएसएन प्रसाद इस अधिकारी के काफी करीबी हैं। वहीं, टीवीएसएन प्रसाद की केंद्र में भी अच्छी पकड़ है। पिछले कुछ साल में उनकी तरक्की भी तेजी से हुई है।
कौशल को सेवा विस्तार मिलता तो प्रसाद नहीं बन पाते सीएस
टीवीएसएसन प्रसाद की सेवानिवृत्ति अक्तूबर में है। अगर राज्य सरकार जुलाई में संजीव कौशल को तीन महीने का सेवा विस्तार देती तो प्रसाद का मुख्य सचिव बनना मुश्किल होता। वहीं, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर के बाद प्रसाद अब सरकार में सबसे पॉवरफुल हैं। उनके पास मुख्य सचिव के अलावा गृह सचिव व वित्तायुक्त की भी जिम्मेदारी है।
विवेक कालिया की सीएमओ में एंट्री
सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा निदेशालय के संयुक्त निदेशक व एचसीएस विवेक कालिया की सीएमओ में एंट्री हो गई है। उन्हें मुख्यमंत्री का ओएसडी (जनसंवाद) नियुक्त किया गया है। नई जिम्मेदारी के साथ उनके पास मौजूदा विभागों की भी जिम्मेदारी रहेगी।
बिजली निगमों के चेयरमैन पीके दास ने दिया इस्तीफा
मुख्य सचिव संजीव कौशल के करीबी और पूर्व आईएएस व बिजली निगम के चेयरमैन पीके दास ने भी इस्तीफा दे दिया है। बिजली निगमों में सुधारों के लिए उन्होंने कई बेहतरीन कार्य किए थे। उनकी गिनती मुख्यमंत्री के करीबी अफसरों में होती थी। हालांकि उनका नाम राज्य पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण के चेयरमैन के लिए भी भेजा गया है।