जुलाना विधानसभा क्षेत्र में इस बार मुकाबला अधिकारियों से राजनेता बने लोगों के बीच में है। तीनों ही युवा हैं। भाजपा ने कैप्टन योगेश बैरागी को मैदान में उतारा है, जिन्होंने डेढ़ साल पहले वायुसेना में सीनियर पायलट की नौकरी छोड़ी है। कांग्रेस ने ओलंपियन विनेश फोगाट को मैदान में उतारा है। विनेश खेल कोटे से रेलवे में ओएसडी की नौकरी पर थीं। उन्होंने चार दिन पहले ही नौकरी छोड़ी है।
इनेलो ने डाॅ. सुरेंद्र लाठर को मैदान में उतारा है। डॉ. सुरेंद्र लाठर ने चार महीने पहले ही जीएसटी में डिप्टी कमिश्नर पद से नौकरी छोड़ी है। तीनों ने समय से पहले राजनेता बनने की इच्छा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। तीनों की जुलाना में विशेष पहचान है और तीनों किसी भी सूरत में एक-दूसरे से कम नहीं हैं। वहीं, जजपा के अमरजीत ढांडा भी यहां से चुनावी मैदान में हैं जो पिछली बार भी विधायक बने थे।
जुलाना विधानसभा क्षेत्र में अब तक जाट प्रत्याशी ही विधायक बनते आए हैं। जुलाना विधानसभा क्षेत्र में एक लाख 83 हजार 556 मतदाता हैं। इनमें 99 हजार 223 पुरुष तथा 84 हजार 331 महिला मतदाता हैं। इसके अलावा दो ट्रांसजेंडर मतदाता भी हैं। इनमें अकेले 80 हजार जाट, 24 हजार ब्राह्मण, 27 हजार अनुसूचित जाति और 32 हजार से ज्यादा पिछड़ा वर्ग के मतदाता हैं। इसके अलावा कुछ अन्य जातियों के मतदाता भी हैं। जुलाना विधानसभा सीट जाट बाहुल्य सीट है। जिस प्रत्याशी की तरफ जाट मतदाताओं का रुझान हो जाता है, वही प्रत्याशी विजयी होता है।
विनेश फोगाट अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। वह अर्जुन अवार्डी भी हैं। दिल्ली में हुए महिला पहलवानों के आंदोलन के कारण विनेश फोगाट काफी चर्चाओं में रहीं। इसके अलावा पेरिस में हुए ओलंपिक खेलों में वह 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण खेल से बाहर हो गईं। विनेश फोगाट की शादी जुलाना विधानसभा क्षेत्र के गांव खेड़ा बख्ता में सोमबीर राठी से हुई है। विनेश ने अब रेलवे में अपने ओएसडी के पद से त्यागपत्र देकर चुनाव में ताल ठोक दी है। वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं।
इनेलो के डॉ. सुरेंद्र लाठर जुलाना विधानसभ क्षेत्र के बुढ़ाखेड़ा लाठर गांव से आते हैं। वह जीएसटी में डिप्टी कमिश्नर थे। उन्होंने डिप्टी कमिश्नर रहते हुए जुलाना में सामाजिक सरोकार संस्था बनाई। यह संस्था पिछले छह साल से चल रही है। संस्था हर वर्ष जुलाना विधानसभा क्षेत्र के 10वीं व 12वीं कक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित करती है।
इसके अलावा पूरे जुलाना विधानसभा क्षेत्र में जितनी भी बेटियां स्कूलों व कॉलेजों में पढ़ती हैं, उनको 100 रुपये महीना देती है। जिन गांवों में पीने के पानी की समस्या थी, उन गांवों में संस्था ने आरओ लगवाए हैं। जुलाना विधानसभा क्षेत्र के सभी गांवों में पुस्तकालय इस संस्था ने खोले हैं। राजनेता बनने की इच्छा से डिप्टी कमिश्नर डॉ. सुरेंद्र लाठर ने चार महीने पहले नौकरी छोड़ दी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व में भाजपा में शामिल हो गए। वह भाजपा की टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर वह इनेलो में शामिल हो गए। इनेलो ने उनको जुलाना विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया है।
भाजपा प्रत्याशी कैप्टन योगेश बैरागी सफीदों विधानसभा क्षेत्र के पाजू कलां गांव से संबंध रखते हैं। वह वायुसेना में सीनियर पायलट थे। डेढ़ साल पहले उन्होंने भी राजनेता बनने की इच्छा से नौकरी छोड़ दी। डेढ़ साल पहले कैप्टन योगेश बैरागी भाजपा में शामिल हो गए। 35 वर्षीय कैप्टन योगेश बैरागी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित हुए। इनके पिता नरेंद्र बैरागी हरियाणा बैरागी सभा के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
कैप्टन योगेश इस समय भाजपा युवा मोर्चा हरियाणा के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं। योगेश सफीदों विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे थे। सफीदों में हर गांव में उन्होंने चुनाव से पहले अपना जनसंपर्क अभियान पूरा कर लिया था। अब उनको जुलाना विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया है। यह देखना दिलचस्प रहेगा कि जुलाना की जनता इन तीनों में किसे अपना नेता बनाती है या फिर जजपा के अमरजीत ढांडा को फिर से विधायक चुनती है।