किसान अपनी मांगो को लेकर बॉर्डर पर डटे हुए हैं। वहीं किसानों की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। जिसमें किसानों ने सरकार के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। किसान नेता डल्लेवाल ने कहा कि जो सरकार मे प्रस्ताव दिया, उसका अगर नाप-तोल किया जाए तो उसमें कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि ये प्रोपोजल किसानों के पक्ष में नहीं हैं।
वहीं शंभू बॉर्डर पर डटे संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक की लीडशिप अभी केंद्रीय मंत्रियों के प्रस्ताव पर चर्चा कर रही है। उन्होंने चंडीगढ़ में हुई चौथी बैठक के बाद प्रस्ताव पर विचार करने के लिए 2 दिन का समय मांगा है। वह अपना फैसला 21 तारीख बताएंगे। उन्होंने कहा कि अगर सहमति बनी तो ठीक नहीं तो 21 को किसान शांतिपूर्वक दिल्ली कूच करेंगे।
किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच रविवार को चौथे दौर की बैठक में केंद्रीय मंत्रियों ने 3 फसलों मक्का, कपास व तीन दालें अरहर और उड़द जबकि एक अन्य पर MSP देने का प्रस्ताव दिया है। इन्हें सहकारी सभाओं के जरिए पांच साल तक खरीदेंगे। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि यह 5 साल का कांट्रैक्ट नैफेड और NCCF से होगा।
केंद्रीय मंत्रियों और किसानों की रविवार शाम मीटिंग शुरू हुई थी। मीटिंग में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, नित्यानंद राय, पीयूष गोयल समेत मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत सिंह मान, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर, जगजीत सिंह डल्लेवाल मौजूद थे।
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