हरियाणा में पिछले 5 सालों में एचआईवी के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। हाल ही में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक डेटा जारी किया है, जिसमें ये बात सामने आई है। एचआईवी एक गंभीर समस्या है, जिसके मामले दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहे हैं। यह एक संक्रामक रोग है, जिसका इलाज अभी तक संभव नहीं हो पाया है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और नेश्नल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक साल 2019 से 50 हजार से भी ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। यह आंकड़े साल 2019 में 50 हजार के आस-पास थे, जबकि साल 2023 में बढ़कर 56578 तक पहुंच गए। जबकि, साल 2021 में यह मामले 51840 थे।
इससे पता चलता है कि एड्स के मामले पिछले 5 सालों में 11 प्रतिशत तक बढ़े हैं। खासतौर पर गुरुग्राम में एचआईवी के मामले ज्यादा तेजी से बढ़े हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक एचआईवी के मामले बढ़ने के पीछे सेक्शुअल एक्टिविटीज और टैटू बनवाने जैसी गतिविधियां जिम्मेदार मानी जा रही हैं।
टेस्टिंग पर जोर देगी सरकार
सरकार और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय एचआईवी की रोकथाम करने के लिए टेस्टिंग पर जोर देगी। इसके लिए जगह-जगह कैंप लगाकर एचआईवी की टेस्टिंग की जाएगी। आंकड़ों के मुताबिक एचआईवी से संक्रमित लोगों में ज्यादातर 22 से 43 साल के लोग शामिल हैं। हालांकि, पिछले कुछ सालों में एचआईवी की टेस्टिंग पहले से ज्यादा बढ़ी है। साल 2020 में 30571 टेस्ट किए गए थे, जबकि इस साल एचआईवी 64043 टेस्टिंग की गई है।