अधिकारिक तौर पर बरामदगी की पुष्टि नहीं हुई है। पानी की टंकी में चार किलो सोना छिपाने की भी जानकारी है। शहर के दो बड़े औद्योगिक राजघरानों में चार दिनों से चल रही जांच देर रात तक जारी रही। एजेंसी की 24 से ज्यादा टीमों ने दोनों फर्मों के करीब 36 लोगों के बयान दर्ज किए हैं।
हरियाणा के पानीपत शहर के बड़े औद्योगिक राजघरानों में शामिल राज और रिवेरा ग्रुप की 33 से ज्यादा फर्म, कार्यालय, संबंधी फर्म, फ्लैट, बंगलों पर पिछले चार दिनों से चल रही आयकर विभाग की जांच शनिवार देर रात तक जारी रही। इस दौरान जांच एजेंसी की 24 से ज्यादा टीमों ने दोनों फर्माें के करीब 36 लोगों के बयान तक दर्ज किए हैं।
सूत्रों के अनुसार,आयकर विभाग की टीम को एक फर्म के लेखाकार और कैशियर के आवास से करीब 11 करोड़ की नकदी और लगभग चार किलोग्राम सोना भी मिला है। बताया जा रहा है कि ये सोना पानी की टंकी में छिपाया गया था, हालांकि अब तक इस बात की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो सकी है।
आयकर विभाग की टीम ने शनिवार को भी फर्म के कैशियर के किशनपुरा स्थित घर पर जांच की। इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर आईटीबीपी के जवान तैनात रहे। घर के किसी भी सदस्य को बाहर आने जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। यहीं पर एक दूसरे घर में भी तीन दिन तक आयकर विभाग की टीम ने जांच पड़ताल की है।
ये दोनों घर अलग-अलग कैशियर के बताए जा रहे हैं, जो कि मूलरूप से राजस्थान के रहने वाले हैं। इनमें से दो परिवार करीब सात साल पहले यहां आकर बसे हैं। इससे पहले ये किराए के घर पर रहते थे।
आयकर विभाग की टीम को जांच के दौरान कुछ अहम दस्तावेज भी हाथ लगे हैं। इनमें बिलिंग, कैश के लेनदेन और संपत्तियों के कागजात शामिल हैं। बताया जा रहा है कि संपत्तियों के ये दस्तावेज करोड़ों रुपये के लेन-देन के हैं, जो पिछले कुछ सालों में अलग-अलग लोगों के नाम से खरीदी गई।
मैटल डिटेक्टर मशीन से तलाश रहे दीवार
आयकर विभाग की टीम ने पहले तीन दिन तक एक और दो दिन तक दूसरे घर की तलाशी ली है। तलाशी के लिए टीम मैटल डिटेक्टर की मशीनें साथ ले गई है। जांच एजेंसी मैटल डिटेक्टर मशीन से दीवारों, छत और फर्श तक की जांच पड़ताल कर रही है। इस दौरान आसपास मैटल डिटेक्टर मशीन की बीप की आवाजें तक सुनाई दे रही हैं, जहां से ज्यादा बीप की आवाजें आ रही थीं, माना जा रहा था कि वहां सोना इत्यादि हो सकता है।
अब तक की सबसे बड़ी आयकर रेड, चंडीगढ़ व दिल्ली से स्पेशल टीम के अफसर शामिल
बुधवार से शुरू हुई आयकर विभाग की रेड अब तक की सबसे बड़ी रेड बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार ये रेड शनिवार देर रात तक समाप्त हो सकती है। योजनाबद्ध तरीके से रेड की पहले ही तैयारी की जा चुकी थी, जिसमें आयकर विभाग चंडीगढ़ और दिल्ली से भी स्पेशल टीम के अफसर नियुक्त किए गए हैं। खास बात ये है कि रेड में शामिल सभी के मोबाइल फोन तक स्विच ऑफ कराए गए हैं। संदेश आवागमन के लिए फैक्स का प्रयोग किया जा रहा है।
दोनों फर्माें के 20 अकाउंटेंट भूमिगत
आयकर विभाग की रेड की सूचना मिलते ही दोनों फर्माें के 20 अकाउंटेंट भूमिगत बताए जा रहे हैं। हालांकि सभी जांच एजेंसी के रडार पर हैं और इनको जांच में शामिल करवाने की कोशिश की जा रही है। अगर ये जांच में शामिल नहीं होते तो एजेंसी इनको नोटिस देकर तलब करेगी।