अमेरिका की फेडरल एजेंसी को एक समर्पित हेल्पलाइन नंबर पर एच1बी वीजा फ्रॉड मामले से जुड़ी 5,000 से ज्यादा शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इस हेल्पलाइन नंबर को ट्रंप प्रशासन की ओर से बीते साल शुरू किया गया था। अमेरिकी नागरिकता और आप्रवासन सेवा (यूएससीआईएस) विभाग के प्रवक्ता फिलिप स्मिथ ने बताया, “21 मई 2018 तक एससीआईएस को एच-1बी ईमेल एड्रेस पर 5,000 से ज्यादा शिकायतें प्राप्त हुईं हैं।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से बाय अमेरिकन, हायर अमेरिकन के कार्यकारी आदेश पर बीते साल हस्ताक्षर किए जाने के बाद धोखाधड़ी का पता लगाने और राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (एफडीएनएस) ने ईमेल एड्रेस जेनरेट किया था, जिसका उद्देश्य संदिग्ध एच-1बी वीजा और एच-2बी वीजा और इसके दुरूपयोग से जुड़ी जानकारियां प्राप्त करना था।
स्मिथ ने बताया कि एफडीएनएस ने आप्रवासन लाभ धोखाधड़ी के मामलों से निपटने के लिए यूएससीआईएस के प्रयासों की अगुवाई की है। कोई भी (जिसमें अमेरिकी एवं अन्य श्रमिक दोनों शामिल हैं, जो संदेह करते हैं कि वे या अन्य लोग एच-1बी या एच-2 बी धोखाधड़ी या दुर्व्यवहार का शिकार हो सकते हैं) वो ReportH1BAbuse@uscis.dhs.gov या ReportH2BAbuse@uscis.dhs.gov पर ईमेल के जरिए शिकायत दर्ज करा करा सकते हैं। इसमें वो वीजा नियमों के कथित उल्लंघन और संभावित धोखाधड़ी या दुर्व्यवहार के बारे में अन्य प्रासंगिक जानकारियां साझा कर सकते हैं।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि एच-1बी वीजा कार्यक्रम के तहत अमेरिका अस्थायी वीजा प्रदान करता है। यह कंपनियों को दक्ष अमेरिकी कामगारों के अभाव वाले क्षेत्रों में कुशल विदेशी पेशेवर कामगारों को काम पर लेने की अनुमति देता है। एच-1बी वीजा का सर्वाधिक लाभ भारतीय आइटी कंपनियां उठाती हैं। प्रौद्योगिकी कंपनियां इस पर निर्भर रहती हैं क्योंकि भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मचारियों को इस तरह के काम के लिए भर्ती किया जाता है।
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