हरियाणा : तीरंदाजों को विदेश की तर्ज पर मिल जाएगा देश का पहला उच्च प्रदर्शन केंद्र

सोनीपत के बहालगढ़ स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के उत्तरी क्षेत्रीय केंद्र में देश के पहले उच्च प्रदर्शन केंद्र (हाई परफॉर्मेंस सेंटर) सेंटर बनकर तैयार हो गया। इसे जल्द की तीरंदाजों के लिए खोल दिया जाएगा। नूतन वर्ष में खिलाड़ियों को उत्कृष्ट केंद्र की सौगात मिल जाएगा। इसे विदेश की तर्ज पर बनाया गया, जिससे उन्हें अभ्यास के लिए विदेश नहीं जाना पड़ेगा।

साई सेंटर में तैयार किए गए उत्कृष्ट केंद्र में तीरंदाजों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलेंगी। इस सेंटर के शुरू होने के बाद देश के तीरंदाजों को अभ्यास के लिए विदेश नहीं जाना पड़ेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए भवन का निर्माण पूरा कर लिया गया है। अब इसमें अंदरूनी कार्य जल्द पूरे कर लिए जाएंगे। सोनीपत के साई सेंटर में बनकर तैयार हुए देश के पहले हाई परफार्मेंस सेंटर के लिए साई ने 4 करोड़ 96 लाख रुपये मंजूर किए थे। इसे 10 हजार वर्ग फुट में बनाया गया है।

इसके लिए पहले खोदाई की गई थी। उसके बाद इसका निर्माण कार्य शुरू हो सका। इस सेंटर में देशभर के तीरंदाजों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलेंगी। खिलाड़ी की ब्रेन मैपिंग, हार्ट वेव मैपिंग, मांस-पेशियों की हरकत की निगरानी और ट्यूनिंग के लिए हाईटेक उपकरण स्थापित किए जा रहे हैं। केंद्र में वीडियो विश्लेषण की भी सुविधा मिलेगी। इसके लिए केंद्र में विभिन्न एंगल्स पर 6 उच्च क्वालिटी के कैमरे लगाए जाएंगे।

केंद्र में यह सुविधा मिल सकेंगी

  • इंडोर रेंज 30 मीटर तक स्थापित हो रही
  • इंडोर से आउटडोर शूटिंग की सुविधा मिल सकेगी। इसमें निगरानी और विश्लेषण भी सुविधा होगी
  • 6 कैमरों के साथ वीडियो विश्लेषण की सुविधा मिलेगी
  • डार्टफिश साफ्टवेयर के साथ बायो मैकेनिकल विश्लेषण की सुविधा
  • हाई एंड ट्यूनिंग की सुविधा
  • प्रशिक्षकों के विश्लेषण और विचार-विमर्श के लिए कॉन्फ्रेंस रूम की सुविधा
  • प्रशिक्षकों के लिए केबिन की सुविधा
  • साइंटिफिक स्पोर्ट रूम
  • हाईटेक टारगेट

पॉलीफोम के टारगेट का इस्तेमाल
अब तक देश में तीरंदाजी के लिए पराली और रबड़ से बने टारगेट का इस्तेमाल किया जाता है, जोकि गर्मी-सर्दी और बारिश के कारण जल्दी ही खराब हो जाते हैं। उच्च प्रदर्शन केंद्र में अब इन टारगेट की जगह पॉलीफोम के टारगेट का इस्तेमाल किया जाएगा। यह टारगेट जल्दी खराब नहीं होते और इन पर तीरों का भी कम प्रभाव पड़ता है। -संजीवा सिंह, हाई परफार्मेंस डायरेक्टर।

अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं
उच्च प्रदर्शन केंद्र बनने के बाद देशभर के तीरंदाजों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिल सकेंगी। इन सुविधाओं के साथ अभ्यास करने के लिए हमारे तीरंदाजों को कोरिया और अन्य देशों में जाना पड़ता है। इसके लिए भवन बनकर तैयार हो गया है। इसे जल्द शुरू किया जाएगा। -ललिता शर्मा, कार्यकारी निदेशक, भारतीय खेल प्राधिकरण, सोनीपत।

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