दिल्ली कैपिटल्स ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों डिपार्टमेंट में अपना दबदबा बनाए रखा। गौरतलब है की आईपीएल के इतिहास में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से रन चेज करते हुए यानी गेंदें बाकी रहने के लिहाज से सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले 2022 के आईपीएल में दिल्ली ने 57 गेंदें बाकी रहते हुए मुंबई को हराया था।
आईपीएल 2024 के 32वें मैच में गुजरात टाइटंस की टीम का सामना दिल्ली कैपिटल्स से हुआ। इस मैच में पहले बैटिंग करते हुए गुजरात की टीम 17.3 ओवर में 89 रन पर ढेर हो गई। गुजरात द्वारा मिले 90 रन का पीछा करते हुए दिल्ली कैपिटल्स ने 8.5 ओवर में 4 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया और 6 विकेट से जीत हासिल की।
इस मैच में दिल्ली की टीम ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों डिपार्टमेंट में अपना दबदबा बनाए रखा। गौरतलब है की आईपीएल के इतिहास में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से रन चेज करते हुए यानी गेंदें बाकी रहने के लिहाज से सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले 2022 के आईपीएल में दिल्ली ने 57 गेंदें बाकी रहते हुए मुंबई को हराया था।
गुजरात की सात मैचों में यह चौथी हार है
अनुभवी इशांत शर्मा की अगुआई में दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाजों ने बुधवार को अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में ऐसा कहर बरपाया कि गुजरात टाइटंस के बल्लेबाजों ने उनके आगे ‘सरेंडर’ कर दिया। गुजरात के आठ बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाए और टीम आइपीएल में अपने न्यूनतम स्कोर 89 पर ढेर हो गई।
इससे पूर्व उसका न्यूनतम स्कोर छह विकेट पर 125 रन था और मजे की बात है कि टाइटंस ने यह स्कोर 2023 सत्र में इसी मैदान पर दिल्ली कैपिटल्स के विरुद्ध ही बनाया था। दिल्ली ने केवल महज 8.5 ओवर में चार विकेट खोकर 92 रन बनाकर टूर्नामेंट में अपनी तीसरी जीत दर्ज की। वहीं, पिछले वर्ष की उपविजेता गुजरात की सात मैचों में यह चौथी हार है और उसके लिए आगे की राह और कठिन हो गई है।
गिल के आउट होने के बाद विकेट की लग गई झड़ी
बता दें कि दिल्ली कैपिटल्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी और कप्तान रिषभ पंत का यह निर्णय बिल्कुल सही साबित हुआ। अनुभवी इशांत, मुकेश कुमार जैसे विशेषज्ञ गेंदबाज तो कमाल दिखा ही रहे थे, लेकिन विकेटकीपर-बल्लेबाज की भूमिका निभाने वाले ट्रिस्टन स्टब्स ने भी अपनी स्पिन के जाल में दो बल्लेबाजों को फंसाया। इशांत ने दूसरे ओवर में ही कप्तान गिल को आउट किया तो उसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई।
गुजरात का शीर्षक्रम चरमरा गया और केवल 30 रन पर शुभमन गिल (08), रिद्धिमान साहा (02), साई सुदर्शन (12) और डेविड मिलर (02) लौट चुके थे। गुजरात की हालत कुछ ऐसी ही थी, जैसी पिछले साल इसी मैदान पर मोहम्मद शमी के आगे दिल्ली के बल्लेबाजों की थी। तब दिल्ली ने 4.6 ओवर में केवल 23 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे और शमी ने चार विकेट लिए थे।
गुजरात की टीम में इस बार मोहम्मद शमी तो नहीं थे, लेकिन दिल्ली की टीम में इशांत थे। इशांत ने पिछले साल हुए मैच में कमाल की गेंदबाजी की थी और टीम 130 रन का लक्ष्य भी बचाने में सफल रही थी। बुधवार को एक बार फिर इशांत ने मोर्चा संभाला और कप्तान गिल और फिर डेविड मिलर को चलता किया।
इसके बाद बाकी गेंदबाजों ने भी गुजरात के बल्लेबाजों को पैर नहीं जमाने दिए। मुकेश ने तीन और स्टब्स ने दो बल्लेबाजों को आउट किया। गुजरात के लिए केवल राशिद खान की कुछ सामना कर सके और सर्वाधिक 31 रन बनाए।
विकेट के पीछे रंग में दिखे पंत
दिल्ली के कप्तान पंत विकेट के पीछे पूरे रंग में दिखे। उन्होंने इशांत की गेंद पर बाईं ओर शानदार डाइव लगाकर एक हाथ से डेविड मिलर का कैच लपका, वहीं शाहरुख खान और अभिवन मनोहर को स्टंप्स किया। इसके अलावा उन्होंने एक कैच भी लपका। इसके साथ ही पंत दिल्ली की ओर से विकेट के पीछे सर्वाधिक शिकार करने के मामले में दिनेश कार्तिक के बराबर पहुंच गए।
कार्तिक ने 2009 में राजस्थान रायल्स के विरुद्ध विकेट के पीछे चार शिकार किए थे। पंत को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। नेट रनरेट के फेर में दिखाई हड़बड़ी: लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली के सामने केवल 90 रन का लक्ष्य था, लेकिन उसके बल्लेबाजों की नजरें मैच जल्द खत्म करने के साथ नेट रनरेट पर थी।