आपने कभी नहीं सोचा होगा कि ऐसा वक्त भी होगा जब दोस्तों से भी मिलने-जुलने पर ऐसी आफत आएगी। पर कहते हैं न मुश्किलें हैं तो रास्ते भी हैं और यह रास्ता भी अनजाना नहीं। क्यों न इस बार कुछ नई पहल करते हुए इस बार आज फ्रेंडशिप डे (2 अगस्त) को वर्चुअल सेलिब्रेशन के नाम करें!
‘नए साल का वह जश्न आज भी ताजा है, जब हम सारे दोस्तों ने जमकर धमाल मचाया था। दो दिन पहले से तैयारियां शुरू कर दी थीं और 31 दिसंबर को हम सभी पूरी रात जागे और डीजे पर डांस किया।‘ यह कहते हुए मायूस हो जाती हैं रिचा। उनके मुताबिक, हालांकि वक्त बहुत तेजी से निकल रहा है लेकिन नए साल का वह जश्न ऐसा था कि लगता है कल की ही बात हो। अब नहीं पता, वे दिन कब आएंगे?
क्या आप भी रिचा की तरह मायूस और अपने दोस्तों से पहले की तरह मिलने के लिए बेचैन हैं। बात-बात पर उनसे लिपट जाना, पीठ पर जोर की थपकी देना, हाथ मिलाना आदि बातें याद आ रही हैं? आप कहेंगे, यह सब भी कोई पूछने की बात है। बेशक यह एहसास स्वाभाविक है पर मुश्किल वक्त हमारी परीक्षा लेता है।
मनोवैज्ञानिक गीतिका कपूर के मुताबिक, किशोरों ने इस मुश्किल समय को अच्छी तरह समझा है और खुद को इसके अनुसार ढाल भी रहे हैं। इसलिए वायरस के कारण अपना मूड क्यों ऑफ करना। इसे तो बस अपने हौसले से हराना है। यहां दिए जा रहे कुछ टिप्स की मदद से आप अपने दोस्तों के साथ इस बार की फ्रेंडशिप डे खास ही नहीं, यादगार भी बना सकते हैं…
प्लान करें वर्चुअल पार्टी :
यकीनन यह पार्टी आप लंबे समय तक याद रखेंगे। एक खास समय में सभी दोस्त तैयार होकर यानी अपने पसंदीदा ड्रेस के साथ मिलना तय करें। अपने कमरे को सजाएं और सभी वर्चुअली मिलकर कुछ गेम खेलें और गप्पें लड़ाएं।
भेजें ऑनलाइन गिफ्ट :
आप दोस्तों से मिलकर उन्हें उपहार नहीं दे सकते, क्योंकि शारीरिक दूरी का पालन जो करना है। पर उन्हें ऑनलाइन फूल, उनका पसंदीदा उपहार जरूर भेज सकते हैं। आप जानते ही होंगे अपने मित्र की पसंद, बस ऑनलाइन ऑर्डर करें और जल्दीे से उन्हें भेज दें।
केक से बनेगा मूड :
उपहार तो अच्छा लगता है पर साथ में कोई केक भेज दे तो उस आनंद का ठिकाना नहीं। सब घर में रहने को बाध्य हैं पर ऐसी छोटी-छोटी खुशियां बड़ी हो सकती हैं। आप भी आजमाएं, अपने दोस्तों को भेज दें एक केक, खास फ्रेंडशिप संदेश के साथ।
इस नए दोस्त को न भूलें!
गीतिका कपूर (मनोवैज्ञानिक काउंसलर) का कहना है कि आपने देखा होगा कि आपके माता-पिता इस समय बदले-बदले से हैं यानी ज्यादा डांट नहीं पिलाते, बल्कि झट से आपकी बातों को समझ जाते हैं। कम ही होते हैं ऐसे पैरेंटस पर अब तो हर कोई दोस्त बन गया है या इस कोशिश में है। यह आपके लिए नया अनुभव होगा और उनके लिए भी। क्यों न अपने इस नए दोस्त को भी फ्रेंडशिप डे पर कोई खास उपहार दिया जाए। सोचिए क्या हो सकता है वह!
अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस की शुरुआत
27 अप्रैल, 2011 को संयुक्त राष्ट्र संघ की एक आम सभा ने 30 जुलाई को आधिकारिक तौर पर इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे यानी अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस की घोषणा की। फ्रेंडशिप डे की शरुआत इस विचार के साथ की गई थी कि इससे लोगों, देशों, संस्कृतियों और समुदायों के बीच मित्रता के पुलों का निर्माण होगा। यूएन के अनुसार, दोस्ती का यह दिन मानवीय भावना काे साझा करने का दिन है।
यह मानवता के सामने आने वाली चुनौतियों को दूर करने में मदद कर सकता है। हालांकि दुनियाभर के अलग-अलग देशों में फ्रेंडशिप डे अलग-अलग दिन मनाया जाता रहा है। भारत समेत दक्षिण एशिया के कई देशों में अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है यानी भारत में इस साल आज यानी दो अगस्त को फ्रेंडशिप डे मनाया जा रहा है।