भारत को पिछले दिनों हैमिल्टन में न्यूजीलैंड के हाथों तीसरे और अंतिम टी20 मैच में 4 रनों से करीबी हार झेलनी पड़ी थी। इस हार की वजह से भारत के हाथों से न्यूजीलैंड में पहली बार टी20 सीरीज जीतने का ऐतिहासिक मौका फिसल गया था। इस मैच में भारत को अंतिम ओवर में जीत के लिए 16 रन चाहिए थे और दिनेश कार्तिक द्वारा तीसरी गेंद पर 1 रन लेने से कृणाल पांड्या को इंकार करना भी चर्चाओं में रहा था। अब इस मामले में कार्तिक ने अपना पक्ष रखा।
दिनेश कार्तिक की गिनती पिछले कुछ समय से भारत के लिए मैच फिनिशर के रूप में होती रही है लेकिन वे और कृणाल पांड्या इस मैच में टीम को जीत नहीं दिलवा पाए थे। टिम साउदी द्वारा डाले गए अंतिम ओवर की पहली गेंद पर कार्तिक ने 2 रन लिए थे लेकिन वे दूसरी गेंद पर कोई रन नहीं बना पाए। अब भारत को 4 गेंदों में 14 रन चाहिए थे और कार्तिक ने इस गेंद को लांग ऑन की तरफ खेला, कृणाल एक रन चाहते थे लेकिन कार्तिक ने उन्हें वापस लौटा दिया। इसके बाद भारत लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया और उसे 4 रनों से हार मिली थी।
इस मामले में कार्तिक ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा, 145 रनों पर 6 विकेट की स्थिति के बाद मैंने और कृणाल ने अच्छी बल्लेबाजी की। हम गेंदबाजों को दबाव में लाने में सफल रहे, हमें यकीन था कि हम मैच जीत सकते हैं। मैंने एक रन इसलिए नहीं लिया क्योंकि मुझे विश्वास था कि मैं अगली गेंद पर छक्का लगा सकता हूं।
जब ऐसी स्थिति में आप टीम को जीत दिलाते हो तो हीरो बन जाते हो लेकिन नहीं दिला पाए तो फैंस के निशाने पर आ जाते हो। मुंबई इंडियंस ने भी तीसरी गेंद पर एक रन नहीं लेने पर कार्तिक पर निशाना साधा था। कार्तिक ने भी माना कि आपको खुद के अलावा जोड़ीदार पर भी भरोसा करना होता है।
कार्तिक और कृणाल ने इस मैच में सातवें विकेट के लिए 28 गेंदों में तूफानी अंदाज में 63 रनों की अविजित साझेदारी की लेकिन टीम लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई। कार्तिक 16 गेंदों में 4 छक्कों की मदद से 33 और कृणाल 13 गेंदों में 26 रन बनाकर नाबाद रहे।