केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट में 9 से 14 साल की लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर का टीका (सुरक्षा कवच) देने की घोषणा की है। इस टीके की मदद से सर्वाइकल कैंसर होने की आशंका को खत्म किया जा सकता है।
महिलाओं की जिंदगी छीन रहे सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए दिल्ली की लड़कियों को तीन चरणों में सुरक्षा कवच मिलेगा। पहले चरण में स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। दूसरे में लड़कियों के माता-पिता को टीके का महत्व बताया जाएगा, जबकि तीसरे चरण में केंद्र सरकार के निर्देश पर पूरी दिल्ली में कोविड की तरह टीकाकरण अभियान शुरू होगा।
केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट में 9 से 14 साल की लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर का टीका (सुरक्षा कवच) देने की घोषणा की है। इस टीके की मदद से सर्वाइकल कैंसर होने की आशंका को खत्म किया जा सकता है। मौजूदा समय में हर साल हजारों महिलाएं इसका शिकार हो रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि 9 से 14 साल की उम्र में लड़कियों को टीका लगा दिया जाता है तो कैंसर होने की आशंका लगभग खत्म हो जाएगी। मौजूदा समय में दिल्ली के स्कूलों में 9 से 14 साल की पांच लाख से अधिक लड़कियां पढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग स्कूलों में ही विशेष कैंप लगाकर टीका दे सकता है। हालांकि, टीकाकरण शुरू करने से पहले लड़कियों और उनके माता-पिता को इसके लिए तैयार करना होगा। इसके लिए बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है।
ये हैं तीन चरण
- पहले स्कूलों में चलाया जाएगा जागरूकता अभियान
- इसके बाद माता-पिता को बताया जाएगा टीका का महत्व
- इसके बाद शुरू होगी टीकाकरण की मुहिम
ऐसे शुरू होता है सर्वाइकल
कैंसर गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में शुरू होता है। गर्भाशय का निचला हिस्सा जो योनी से जुड़ता है, यह कैंसर आम तौर पर समय के साथ धीरे-धीरे विकसित होता है। गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में पूर्व-कैंसर परिवर्तनों से शुरू होता है और इलाज न किए जाने पर आक्रामक कैंसर में बदल जाता है।
वायरस से कैंसर बनने में लगता है लंबा समय
डॉक्टरों की माने तो वायरस से कैंसर बनने में लंबा समय लगता है। यही कारण है कि इसके लक्षण भी काफी समय बाद दिखने शुरू होते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि यदि 20 साल के बाद लड़कियां डॉक्टरों से सलाह और समय-समय पर जांच करवाए तो इस कैंसर से बच सकते हैं।
भारतीय महिलाओं में दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का कहना है कि सरकार की ओर से निर्देश आने के बाद टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। सर्वाइकल कैंसर देश में दूसरा सबसे बड़ा कैंसर है। आंकड़ों के मुताबिक, देश में साल 2020 में अनुमानित 1,23,907 नए मामले आए। 77,348 मरीजों की मौत हुई। यह भारतीय महिलाओं में दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है।