एजेंसी/ रायपुर : छत्तीसगढ़ में एक विधायक की नाराजगी का अनोखा मामला सामने आया है। इस मामले में वन विभाग के एक अधिकारी के बंगले पर ये विधायक स्वयं ही तगारी लेकर मिट्टी डालने लगे हैं। दरअसल क्षेत्र के डीएफओ ने अपने सरकारी बंगले में ही स्विमींग पूल बनवा लिया। जब कांग्रेस विधायक को इस बात का पता चला तो वे नाराज हुए उन्होंने इसका विरोध किया। कांग्रेस के कार्यकर्ता भी विधायक के पीछे फावड़ा तसला लेकर डीएफओ बंगले तक पहुंचे। ऐसे में बंगले के बाहर हंगामा मच गया।
कांग्रेस द्वारा कहा गया कि राज्य में सूखे क बीच अधिकारी का स्विमिंग पूल तैयार करवा लेना असंगत है। उल्लेखनीय है कि सुकमा जिले के जिला वन मंडलाधिकारी राजेश चंदेले ने कहा है कि उन्होंने स्वीमिंग पूल तैयार करवाने में किसी भी तरह से सरकारी मद का उपयोग नहीं किया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि इस निर्माण में 10 लाख रूपए खर्च हो गए हैं। जिसके लिए सरकार की अनुमति नहीं ली गई।
जब मीडिया में जानकारी सामने आई तो कोंटा से कांग्रेस विधायक कवासी लखमा स्वयं ही कार्यकर्ताओं को लेकर पूजन में मिट्टी डालने पहुंच गए। डीएफओ के घर पर पहले से ही मौजूद पुलिस ने उन्हें द्वार के अंदर नहीं जाने दिया। कांग्रेसियों ने द्वार के सामने खड़े होकर नारेबाजी की और फिर जमकर हंगामा मचाया।
कांग्रेस ने इस मामले में 27 मई को आंदोलन करने की बात कही है। डीएफओ से जब चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि पूल को तैयार करने में सरकारी पैसे का उपयोग नहीं हुआ। डीएफओ का कहना था कि उन्होंन अधिकारियों से निर्माण के लिए चंदा लिया था। इसमें सरकारी मद का उपयोग नहीं किया गया है।