एनारॉक के आंकड़ों के अनुसार प्रॉपर्टी की कीमतों में उछाल और गिरवी दरों (Mortgage Rates) के कारण कम मांग के कारण अप्रैल-जून में दिल्ली-एनसीआर में हाउसिंग सेल 19 प्रतिशत गिरकर 15,340 यूनिट हो गई। जनवरी-मार्च 2022 में एनसीआर में आवास की बिक्री 18,835 यूनिट थी।
भारत में अग्रणी रियल एस्टेट सलाहकारों में से एक एनारॉक द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार न्यू लॉन्च या सप्लाई दिल्ली-एनसीआर में 56 प्रतिशत घटकर अप्रैल-जून में 4,070 यूनिट हो गई, जो पिछली तिमाही में 9,300 यूनिट थी।
31 मार्च 2022 को 1,51,500 यूनिट्स से जून तिमाही के अंत में दिल्ली-एनसीआर में अनसोल्ड हाउसिंग स्टॉक 7 प्रतिशत घटकर 1,41,235 इकाई हो गया। दिल्ली-एनसीआर के आंकड़ों का ब्योरा देते हुए एनारॉक ने कहा कि गुरुग्राम में हाउसिंग सेल 8,850 यूनिट्स से घटकर 7,580 यूनिट्स रह गई है। न्यू लॉन्च 7,890 यूनिट्स से घटकर 2,830 यूनिट्स हो गए। नोएडा में हाउसिंग सेल अप्रैल-जून 2022 में घटकर 1,650 यूनिट्स हो गई, जो पिछली तिमाही में 2,045 इकाई थी। जून तिमाही में शहर में कोई न्यू लॉन्चिंग नहीं हुई, जबकि पिछली तिमाही में 270 यूनिट्स थीं।
ग्रेटर नोएडा में हाउसिंग सेल 3,450 यूनिट्स से गिरकर 2,750 यूनिट हो गई, जबकि न्यू लॉन्च अप्रैल-जून में पिछली तिमाही में शून्य से बढ़कर 390 यूनिट्स हो गए। वहीं, गाजियाबाद में आवास की बिक्री पिछली तिमाही में 2,080 से घटकर अप्रैल-जून में 1,650 यूनिट्स हो गई, लेकिन न्यू लॉन्च 220 यूनिट्स से बढ़कर 740 यूनिट हो गए। इसके अलावा फरीदाबाद दिल्ली और भिवाड़ी में आवास की बिक्री अप्रैल-जून 2022 के दौरान घटकर 1,710 इकाई हो गई, जो पिछली तिमाही में 2,410 इकाई थी। न्यू लॉन्च भी 920 यूनिट से घटकर 110 यूनिट रह गए।
दिल्ली-एनसीआर में टोटल अनसोल्ड इन्वेंट्री में से गुरुग्राम में वर्तमान में लगभग 59,120 यूनिट्स का अधिकतम स्टॉक है, जो मार्च तिमाही से 7 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है। जून तिमाही के अंत में ग्रेटर नोएडा में अनसोल्ड हाउसिंग इन्वेंट्री 8 फीसद गिरकर 28,875 यूनिट हो गई। गाजियाबाद में अनसोल्ड स्टॉक Q2 2022 में 5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,990 यूनिट्स पर रहा, जो Q1 2022 में 18,900 यूनिट था। इसके अलावा नोएडा में अनसोल्ड हाउसिंग स्टॉक जून तिमाही के अंत में 12 फीसद गिरकर 12,150 यूनिट रहा, जो 2022 की पिछली तिमाही में 13,800 यूनिट था।
30 जून 2022 तक दिल्ली, फरीदाबाद और भिवाड़ी में कुल मिलाकर 23,100 से अधिक अनसोल्ड यूनिट्स हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि Q1 2022 के अंत में यह 24,700 यूनिट्स थी। दिल्ली-एनसीआर देश के सबसे बड़े रियल एस्टेट बाजारों में से एक है, लेकिन काफी विलंबित आवास परियोजनाओं के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
एनसीआर में फ्लैट बुक करने वाले होमबॉयर्स सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, क्योंकि उन्हें अपने फ्लैटों का कब्जा नहीं मिला है, जबकि उन्होंने बिल्डरों को लगभग पूरी खरीद मूल्य का भुगतान कर दिया है। फ्लैट मालिक भी अपने होम लोन पर ईएमआई का भुगतान कर रहे हैं।
एनारॉक के आंकड़ों के अनुसार 31 मई 2020 तक इन सात शहरों में 4,48,129 करोड़ रुपये की 4,79,940 यूनिट्स स्टक या डिले चल रही हैं। इसमें से अकेले दिल्ली-एनसीआर में 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी है, जिसमें 1,81,410 करोड़ रुपये की 2,40,610 स्टे या डिले यूनिट्स हैं।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्टाल्ड (stalled) या डिले यूनिट्स का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा है, जबकि गुरुग्राम का हिस्सा केवल 13 प्रतिशत है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 1,18,578 करोड़ रुपये की 1,65,348 इकाइयां स्टक या डिले हैं। वहीं, गुरुग्राम में 44,455 करोड़ रुपये की 30,733 यूनिट्स स्टक या डिले हैं। गाजियाबाद के बाजार में ऐसी 22,128 यूनिट्स हैं, जिनकी कीमत 9,254 करोड़ रुपये है। दिल्ली, फरीदाबाद, धारूहेड़ा और भिवाड़ी में कुल मिलाकर 9,124 करोड़ रुपये की 22,401 यूनिट्स स्टक या डिले हैं।