दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए मतदान खत्म होने के बाद अब सबकी निगाहें मतगणना पर टिकीं है। इस बीच आम आदमी पार्टी ने ईवीएम की सुरक्षा के लिए स्ट्रांग रूम में अपने वालंटियर्स को तैनात करेगी। समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार, 30 स्ट्रांग रूम के बाहर ये वालंटियर्स मतगणना के दिन तक मौजूद रहेंगे।
इस बीच आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा है कि ईवीएम में छेड़छाड़ न हो इसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जानी चाहिए। संजय सिंह ने एएनआइ से कहा कि ईवीएम जिन्हें सील होने के बाद सीधे स्ट्रांग रूम में ले जाना चाहिए, शनिवार रात तक यह कुछ अधिकारियों के पास थी। यह बाबरपुर की घटना है। इसी तरह की घटना विश्वास नगर की बताई जा रही है।
पीटीआइ के मुताबिक, संजय सिंह ने कहा कि 30 कमरों में ईवीएम रखी गई हैं। पार्टी स्ट्रांग रूम के बाहर वालंटियर्स को तैनात करेगी ताकि छेड़छाड़ जैसी घटना न हो सके। उन्होंने कहा कि जानकारी मिली है कि बाबरपुर में कुछ अधिकारियों के पास अवैध रूप से ईवीएम मशीन थी। हम इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे।
मतदान संपन्न होने के बाद केजरीवाल ने बुलाई बैठक
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मतदान के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की सुरक्षा को लेकर अपने आवास पर एक बैठक बुलाई। इस बैठक में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पार्टी के दिल्ली संयोजक गोपाल राय, वरिष्ठ नेता संजय सिंह एवं पार्टी के रणनीतिकार प्रशांत किशोर मौजूद थे।
इस दौरान स्ट्रांग रूम में जमा ईवीएम की सुरक्षा को ज्यादा पुख्ता करने के उपायों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। बैठक में मौजूद सभी नेताओं ने ईवीएम की सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री के साथ अपने विचार साझा किए और उन्हें कुछ सुझाव भी दिए। इस दौरान एक्जिट पोल को लेकर भी चर्चा हुई। जिसमें कहा गया कि परिणाम इससे भी बेहतर आएंगे।
मतगणना केंद्रों पर की गई त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
दिल्ली विधानसभा चुनाव का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न होने के बाद अब दिल्ली पुलिस मतगणना की सुरक्षा की तैयारियों में जुट गई है। मंगलवार को होने वाली मतगणना के दौरान कोई सुरक्षा चूक न हो सके इसके लिए खासा प्रबंध किए गए हैं। मतगणना केंद्र पर त्रिस्तरीय सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। सोमवार देर रात से ही स्ट्रांग रूम और आसपास के क्षेत्र में किसी भी बाहरी के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी जाएगी।
डीसीपी शरत कुमार सिन्हा ने बताया कि मतगणना केद्रों पर बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा होगा। वहां दिल्ली पुलिस, अर्धसैनिक बलों के जवान व होमगार्ड दस्ता को तैनात किया गया है। इन इलाकों के लिए आपातकालीन टीम भी रिजर्व में रखी गई है। इस टीम को जरूरत के अनुसार कभी भी और कहीं भी रवाना किया जाएगा। इसके लिए करीब 50 टीमों को रिजर्व में रखा गया है। प्रत्येक टीम में करीब 40 से 45 जवान शामिल होंगे। कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए अंजान लोगों को मतगणना स्थल से 500 मीटर दूरी पर रखा जाएगा। अधिकृत पहचान पत्र के बगैर किसी भी व्यक्ति को वहां जाने की इजाजत नहीं है। इसके लिए मतगणना कार्य में लगे कार्यकर्ताओं के साथ ही कर्मचारियों को आइडी कार्ड लगाकर गणना स्थल पर प्रवेश दिया जाएगा। वहां मतगणना वाले दिन धारा 144 लागू रहेगी।
मतगणना केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी रहेगी। इसे आरओ व जिला निर्वाचन अधिकारी देख सकते हैं। इसके साथ ही मौजूदा समय में मतगणना केंद्र के स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों को लगाया गया है। उन्हें संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है, इसलिए वहां की सुरक्षा को बेहद चौकस बनाया गया है। इन इलाकों में रहने वाले घोषित बदमाशों और आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों पर पुलिस की नजर है।