पांच बार की वर्ल्ड चैंपियन मेरी कॉम ने महिला मुक्केबाजी की 45-48 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई. मेरी कॉम ने बुधवार को सेमीफाइनल के अहम मुकाबले में श्रीलंका की अनुषा दिलरुक्षी को 5-0 से मात दी. मेरी ने इस मुकाबले में जबरदस्त खेल दिखाया और मुकाबले को आसानी से जीता. मेरी कॉम का यह पहला कॉमनवेल्थ गेम्स है.
मेरी लगाएंगी ‘गोल्डन पंच’
लंदन ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट मेरी कॉम पहले कभी कॉमनवेल्थ खेलों में कोई पदक नहीं जीत पाई हैं. फाइनल में जगह बनाते हुए उन्होंने अपना रजत पदक पक्का कर लिया है. मेरी कॉम ने अपने से कमजोर विपक्षी पर शुरू से ही दबाव बनाए रखा और एकतरफा मुकाबले में जीत हासिल की. जीत के बाद मेरी कॉम ने कहा ,‘मेरी प्रतिद्वंद्वी अच्छी थी और वह मेरी गलती का इंतजार कर रही थी, लिहाजा मुझे काफी संभलकर खेलना पड़ा .’
मेरी Vs क्रिस्टीना
35 साल की मेरी कॉम के करियर का यह आखिरी कॉमनवेल्थ गेम्स है. लिहाजा वो इसे यादगार बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहेंगी. मेरी को फाइनल मुकाबले में नॉर्थ आयरलैंड की 22 साल की क्रिस्टीना ओ हारा से खेलना है. अनुभवी और जोश से लबरेज मुक्केबाजों के बीच यह मुकाबला बेहद दिलचस्प होगा. यह गोल्डन मैच 14 अप्रैल को होगा.